उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण की जड़ काफी गहराई तक गई हुई है। हर दिन इस मामले में नए खुलासे और गिरफ्तारियां होने से ये बात दावे के साथ कही जा सकती है। 28 जून को भी इस मामले में एटीएस को बड़ी सफलता हाथ लगी। मामले में तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसी के साथ इस मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण मामले में पहली गिरफ्तारी 20 जून को हुई थी। इस दिन दो मौलानाओं उमर गौतम और जहांगीर को गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद से उनसे पूछताछ के साथ ही उनके सगे संबंधियों और करीबियों से पूछताछ के आधार पर एटीएस तेजी से कार्रवाई कर रही है। बताया जा रहा है कि इनके तार कनाडा से कतर तक जुड़े हुए हैं।
इन प्रदेशों से हुई गिरफ्तारी
मामले में जिन तीन नए लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें हरियाणा का मन्नू यादव, बीड- महाराष्ट्र का इरफान शेख और नई दिल्ली का राहुल भोला शामिल है। मिली जानकारी के अनुसार ये उमर और जहांगीर के साथ मिलकर धर्मांतरण कराने की साजिश रचते थे।
ऐसे होती थी फंडिंग
उमर और जहांगीर की एटीएस की हिरासत के दौरान पता चला कि विदेशों से होने वाली फंडिंग के लिए उमर और उसके परिवार के लोगों के खातों का इस्तेमाल किय जाता था। इनके खातों में इस्लामिक देशों के साथ ही कनाडा से बड़ी रकम आने के बारे में जानकारी मिली है।
ये भी पढ़ेंः जिएं तो जिएं कैसे मुंबई में यूपी-बिहार के लोग?
खाते में 50 लाख की रकम
धर्मांतरण मामले की जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, परत दर परत नए खुलासे हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि इनके तार कनाडा से कतर तक जुड़े हुए हैं। इसके साथ ही उमर के तार मारकाजुल मारिफ नामक संस्था से भी जुड़े हैं। उसे यहां से भी फंड मिलता था। इस्लामिक दवाह सेंटर के बैंख खाते में 50 लाख से अधिक रकम पाई गई है। कनाडियन युवक बिलाल फिलिप भी इस संस्था के लिए काम करता था। वह इस्लामिक दवाह सेंटर से वर्ष 2014 में गिरफ्तार हुआ था।
एटीएस ने 27 जिला के एसपी को लिखा पत्र
एटीएस ने प्रदेश के 27 जिलों के पुलिस अधीक्षक को अवैध धर्मांतरण के मामले में पत्र लिखकर सहयोग की मांग की है। इन शहरों में धर्मांतरण कर चुके लोगों का सत्यापन किया जा रहा है। इनका बिहार के मुजफ्फपुर से भी कनेक्शन जु़ड़ा दिख रहा है। इस बारे में जांच जारी है।
1000 लोगों के धर्मांतरण का आरोप
बता दें कि उमर गौतम और जहांगीर के गिरफ्तारी के बाद एक हजार से अधिक लोगों के धर्मांतरण का खुलासा हुआ है। इनमें मूक-बधिर विद्यार्थी और बच्चे भी बड़ी संख्या में शामिल हैं। ये पैसे और शादी का लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन कराते थे।