पूरे देश के साथ ही महाराष्ट्र में भी कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है। इसे देखते हुए टीकाकरण पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसके लिए स्थानीय प्रशासन भी काफी सक्रिय है। महाराष्ट्र के पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका द्वारा तो अपने कर्मचारियों के लिए कुछ ज्यादा ही कड़ा फरमान जारी कर दिया गया है।
20 जुलाई तक का समय
पिंपरी चिंचवड़ मनपा में कार्यरत कुछ अधिकारी- कर्मचारियों का अभी तक टीकाकरण नहीं हुआ है। इसे टीकाकरण को लेकर उनकी लापरवाही मानी जा रही है। लेकिन अब उन्हें यह लापरवाही महंगी पड़ेगी। यहां के महानगरपालिका आयुक्त ने एक सर्कुलर जारी कर टीकाकरण नहीं करवाने वाले कर्मचारियों के वेतन रोकने का आदेश दिया है। आयुक्त ने सर्कुलर में कहा है कि जो कर्मचारी कोरोना वायरस रोधी टीका नहीं लगवाएंगे, उनका वेतन रोक दिया जाएगा। इसके लिए उन्हे 20 जुलाई तक का समय दिया गया है।
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अधिकांश ने ले लिया है टीका
बता दें कि देश के सभी स्थानीय निकाय के अधिकारियों व कर्मचारियों की कोरोना से जंग के साथ ही टीकाकरण में भी महत्वपूर्ण भूमिका है। इस स्थिति में उन्हें कोरोना से संक्रमित होने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए उनका टीकाकरण आवश्यक है, लेकिन कुछ लापरवाह प्रशासनिक अधिकारी व कर्मचारी अभी तक टीका नहीं लगवा पाए हैं। इसी कारण अब पिंपरी चिंचवड मनपा द्वारा यह अल्टीमेटम दिया गया है।
कुल 7 हजार 479 अधिकारी-कर्मचारी
पिंपरी चिंचवड़ महानगरपालिका में कुल 7 हजार 479 अधिकारी, कर्मचारी, सेवानिवृत्त पेंशनभोगी और ठेकेदार आदि हैं। इनमें से अधिकांश कर्मचारियों ने वैक्सीन की दोनों डोज ले ली है, लेकिन कुछ कर्मचारियों को अभी तक टीका नहीं लगाया गया है।