ठाणे मनपा का कारनामा… बेचारे, जीवित शिक्षक के साथ कर दिया ऐसा

ठाणे मनपा की गलतियों का नुकसान सामान्य जनों को भुगतना पड़ रहा है। पिछले दस दिनों में दो बड़ी चूक कोविड-19 से संबंधित विभागों में हुई हैं।

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ठाणे महानगर पालिका की ऐसी करतूत सामने आई है कि कोई भी सिर पकड़ लेगा। मानपाड़ा के निवासी एक शिक्षक घर में थे कि फोन की घंटी बजी। जिसे खुद उन्होंने ही उठाया, सामने से ठाणे मनपा के कोविड वॉर रूम की ओर से बोल रही हूं, ऐसा परिचय देते हुए महिला की आवाज आई। इसके बाद जो जानकारी उस महिला ने दी उसके बाद शिक्षक के पैर के नीचे से जमीन ही खिसक गई।

कोरोना के कारण शैक्षणिक कार्य अधिकतर घर से ही चल रहा है। इसलिए शिक्षक चंद्रशेखर देसाई घर पर थे। इसलिए फोन उन्होंने ही उठाया था पर उसके बाद मिली जानकारी से वे संभल नहीं पाए थे।

महिला – मैं ठाणे मनपा से बोल रही हूं। क्या आप अपना पता बताएंगे? क्या आप बता सकते हैं कि चंद्रशेखर देसाई की मृत्यु कब हुई थी? हम पंजीकरण करना चाहते हैं। आपका मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार है मनपा कार्यालय में आकर ले जाइए।

चंद्रशेखर देसाई – चकराए और उनके मुंह से निकाल मैडम, मैं अभी जीवित हूं।

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अपनी ही आंखों से देखा अपना मृत्यु प्रमाण पत्र
इतने बड़े झटके से संभलते हुए चंद्रशेखर देसाई अपने आपको रोक न पाए। वे ठाणे महानगर पालिका के कोविड वॉर रूम में पहुंचे। वहां उन्होंने अपनी ही आखों से अपना मृत्यु प्रमाण पत्र देखा। इसके बाद चंद्रशेखर देसाई से प्रशासन ने कारण बताना शुरू किया। कोविड वॉर रूम के अधिकारी ने बताया कि साहब, यह पुणे से आता है, इसलिए ऐसी चूक हो गई है।

एक साल पहले हुए थे कोरोनाग्रस्त
चंद्रशेखर देसाई लगभग दस महीने पहले कोरोनाग्रस्त हुए थे। उनका इलाज घर पर ही चला और वे ठीक हो गए। वे अगस्त 2020 में संक्रमित हुए थे। जिसकी सुध ठाणे मनपा को दस महीने बाद आई है।

ये भी गलती है पर मानते नहीं…
ठाणे महानगर पालिका द्वारा यह कोई पहली गलती नहीं है। इसके पहले कई ऐसी गलतियां हैं जिसने सभी को हतप्रभ कर दिया है।
टीकाकरण करवाने आई महिला को लगा दिये पंद्रह मिनट में तीन टीके, महिला का पति ठाणे मनपा का कर्मी होने        के कारण शिकायत दर्ज नहीं
जुलाई 2020 में भालचंद्र गायकवाड नामक वृद्ध व्यक्ति का शव एक ऐसे परिवार को सौंप दिया जिनका संक्रमित          सदस्य जीवित था और अस्पताल में इलाज करा रहा था
अप्रैल 2020 में भाजपा नेता किरिट सोमैया ने एक वीडियो साझा किया था, जिसमें एंबुलेंस से चार शवों को अंतिम     क्रिया के लिए लाया गया था। इन्हें बेड शीट और कचरा फेंकनेवाले प्लास्टिक से लपेटा गया था। ठाणे मनपा ने ऐसी       किसी बात से इन्कार कर दिया था, परंतु एंबुलेंस ठाणे की ही थी

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