महाराष्ट्र विधान सभा में विपक्ष का विरोध दूसरे दिन भी चला। भारतीय जनता पार्टी और समर्थक विधायकों ने सीढ़ियों पर प्रतिरूप विधान सभा बनाई और उसमें उन बातों को जनता के समक्ष रखने का प्रयत्न किया जो उन्हें विधान सभा में नहीं बोलने दिया गया। जब बाहर यह चल रहा था तो विधान सभा में सत्ता पक्ष ने इस पर कार्रवाई की मांग की।
तालिका अध्यक्ष के समक्ष मुद्दा उपस्थित किये जाने पर सुरक्षा कर्मियों ने विपक्ष के सदस्यों से माइक ले लिया और उन्हें वहां से हटा दिया। परंतु, इसके पहले विपक्ष ने कालिदास कोलंबकर को प्रतिरूप विधान सभा अध्यक्ष बनाया और सदस्यों ने संबोधन किया। जहां सदन में इस आंदोलन का सत्तापक्ष के सदस्य विरोध कर रहे थे, वहीं सदन के बाहर विपक्ष आरक्षण, किसानों के मुद्दे पर सरकार की खिंचाई कर रहे थे।
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राज्य में आपातकाल की परिस्थिति
हम अपना शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। उस बीच हमारा माइक छीना गया, पत्रकारों से कैमरा छीनने का प्रयत्न किया गया। यह एक प्रकार से लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास है। इस सरकार का बुर्खा फट रहा है। हमारे 12 विधायकों पर छूठे आरोप लगाकर निलंबित किया गया है। सभागृह की कुर्सी पर बैठकर झूठा बोलने का काम चल रहा है। हमारा अधिवेशन तो चलेगा ही, यदि प्रेस को हटाया जाएगा, कैमरा छीना जाएगा तो हम प्रेस रूप में अपना अधिवेशन चलाएंगे।
देवेंद्र फडणवीस, नेता प्रतिपक्ष- महाराष्ट्र विधान सभा
सभागृहात विरोधकांची दडपशाही
म्हणून आमची अभिरूप विधानसभा
विधान भवन मुंबई परिसरात सुरू असलेल्या अभिरूप विधानसभेतून माझे भाषण…#MonsoonSession
https://t.co/dzmKP6WMrz— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) July 6, 2021
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