असमः तो हिमंत सरमा बनेंगे योगी!

उत्तर प्रदेश लव जिहाद पर कानून बनाने वाला प्रथम प्रदेश है। हिंदू युवतियों से नाम बदलकर प्रेम का ढोंग करने और बाद में दबाव डालकर उनका धर्म बदलवाने तथा शादी करने की घटनाओं को रोकने के लिए यूपी की योगी सरकार ने सख्त कानून बनाया है। यूपी की ही तर्ज पर असम ने भी लवजिहाद पर कानून बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाया है।

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असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कुर्सी संभालते ही अपना इरादा जाहिर कर दिया था। अब वे एक-एक कर उन्हें पूरा करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यंत्री योगी आदित्यनाथ के नक्शे कदम पर चलते हुए उन्होंने अपराधियों और समाजविरोधियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। योगी की तरह ही उनकी छवि भी एक प्रखर हिंदुत्व समर्थक के रुप में उभरने लगी है।

बता दें कि यूपी में सीएम योगी ने अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपनाई है। इसके साथ ही लवजिहाद को रोकने के लिए भी सख्त कानून बनाया है। योगी के नक्शे कदम पर चलते हुए सरमा ने लव जिहाद, जनसंख्या नियंत्रण कानून के साथ ही अब अपराधियों के लिए कड़े कदम उठाने की घोषणा की है।

 ऐसे अपराधियों का होगा एनकाउंटर
सरमा ने कहा है कि अगर कोई अपराधी पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश करता है, तो उसे गोली मार देनी चाहिए। सीएम ने कहा कि अगर कोई अपराधी पुलिस का हथियार छिनने का प्रयास करता है या पुलिस पर गोलीबारी करता है तो उसके लिए एनकाउंटर का पैटर्न अपनाया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब कोई मुझसे पूछता है कि क्या राज्य में मुठभेड़ का पैटर्न बन गया है तो मैंने कहा कि अगर अपराधी पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश करता है तो एनकाउंटर पैटर्न होना चाहिए।

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दुष्कर्म के आरोपियों को दो ऐसी सजा
सीएम सरमा ने 6 जुलाई को पहली बार असम के सभी पुलिस थानों के प्रभारियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने यह बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई दुष्कर्म का आरोपी भागने की कोशिश करता है तो उसके पैर में गोली मारें। कानून पैर में गोली मारने की इजाजत देता है न कि सीने पर।

अपराधियों में दहशत
असम में एनकाउंटर की संख्या को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। कथित रुप से पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश करने पर करीब एक दर्जन उग्रवादियों और अपराधियों को सिर्फ मई के महीने में एनकाउंटर में मार गिराया गया है। इस कारण अपराधियों और समाजविरोधियों में दहशत है। बता दें कि सरमा से पहले यूपी में भी अपराधियों के खिलाफ कड़े कदम उठाए गए थे। इस क्रम में जहां तीन दर्जन से ज्यादा कुख्यात अपराधियों को एनकाउंटर में मार गिराया गया, वहीं कई बाहुबलियों को जेल में डाल दिया गया है।

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लव जिहाद पर बनेगा कानून
उत्तर प्रदेश लव जिहाद पर कानून बनाने वाला प्रथम प्रदेश है। हिंदू युवतियों से नाम बदलकर प्रेम का ढोंग करने और बाद में उसपर दबाव डालकर धर्म बदलवाने तथा शादी करने की घटनाओं को रोकने के लिए यूपी की योगी सरकार ने सख्त कानून बनाया है। यूपी की ही तर्ज पर असम ने भी लवजिहाद पर कानून बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाया है।

चुनाव प्रचार के समय की थी घोषणा
इससे पहले चुनाव प्रचार में भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की थी कि भाजपा क सरकार आने पर असम में लवजिहाद को रोकने के लिए सख्त कानून बनाया जाएगा। उसके बाद हिमंत बिस्व सरमा ने भी मुख्यमंत्री बनते ही अपना इरादा जाहिर कर दिया था। उन्होंने शपथ ग्रहण के दूसरे दिन ही कहा था कि उनकी सरकार घोषणा पत्र में किए अपने सभी वादे को पूरा करेगी, जिसमें लव जिहाद, लैंड जिहाद के खिलाफ कानून बनाने की बात भी शामिल है।

सीएए-एनआरसी बड़ा मुद्दा
बता दें कि असम के चुनाव में सीएए, एनआरसी बड़ा मुद्दा बना था। एक ओर जहां भाजपा ने घुसपैठियों को बाहर निकालने की बात कही थी, वहीं कांग्रेस ने कहा था कि अगर उसकी सरकार आती है तो वह सीएए को लागू नहीं करेगी।

जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की भी घोषणा
बता दें कि हाल ही में सीएम सरमा ने जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की भी घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि दो से अधिक बच्चे वालों को राज्य सरकार की सरकारी योजनाओं का कोई लाभ नहीं मिल पाएगा। सीएम ने इसे लेकर कानून बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाते हुए हाल ही में 150 मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ बैठक कर उनके विचार जानने की कोशिश की थी। बैठक में शामिल सभी मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने इस बात पर सहमति जताई कि अल्पसंख्यकों के साथ राज्य के विकास के लिए छोटा परिवार होना जरुरी है।

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