महाराष्ट्र में शिवसेना ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का साथ दिया और भारतीय जनता पार्टी को विपक्ष में बैठने पर मजबूर कर दिया। इसी के साथ 25 साल से चल रहा दोनों पार्टियों का गठबंधन टूट गया और दोस्ती राजनैतिक दुश्मनी में बदल गई। लेकिन अब एक बार फिर भाजपा और शिवसेना में दोस्ती बढ़ने की चर्चा तेज हो गई है। क्या इसकी शुरुआत कोंकण से होगी? इस तरह के सवाल पूछे जा रहे हैं।
नारायण राणे और शिवसेना के बीच विवाद महाराष्ट्र के लिए कोई नई बात नहीं है। कोंकण में राणे समर्थक और शिवसैनिक हमेशा आपस में भिड़ते रहते हैं। लेकिन अब कोंकण में शिवसेना और राणे के बीच का विवाद सुलझता नजर आ रहा है, क्या यह फिर से दोनों के बीच गठबंधन के संकेत हैं? इस तरह के सवाल उठने लगे हैं।
एक ही मंच पर बैठे प्रबल विरोधी
दरअस्ल कोंकण स्थित वेंगुर्ला में सागररत्न मत्स्य बाजार के उद्घाटन के मौके पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे, शिवसेना सांसद विनायक राउत, शिवसेना विधायक और पूर्व गृह राज्य मंत्री दीपक केसरकर एक ही मंच पर बैठे थे। इसके साथ ही हाल ही में भाजपा विधायक नितेश राणे ने कहा है कि कोंकण और महाराष्ट्र के विकास के लिए किसी के साथ भी हाथ मिलाया जा सकता है। हम इसके लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम करेंगे।
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नितेश राणे का थपथपाया कंधा
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि एक दूसरे के कट्टर आलोचक विनायक राउत और नितेश राणे भी मंच पर एक दूसरे को देखकर मुस्करा रहे थे। यही नहीं, कार्यक्रम में कणकावली वैभववाड़ी के लोकप्रिय विधायक नितेश राणे का जिक्र करते हुए राउत ने उनके कंधे थपथपाए। उसके बाद अपने भाषण की शुरुआत की।