महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। मुंबई पुलिस को 100 करोड़ की वसूली का टारगेट देने के मामले में उनकी जांच चल ही रही है कि अब उनके बेटे की भी जांच प्रवर्तन निदेशालय ने शुरू कर दी है।
पूर्व गृह मंत्री के बेटे सलिल देशमुख की यह जांच उनके द्वारा खरीदे गए 15 भूखंड के मामलों में की जा रही है। ये भूखंड प्रीमियर पोर्ट लिंक्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर खरीदे गए थे। मिली जानकारी के अनुसार इस कंपनी में सलिल देशमुख की बड़ी हिस्सेदारी है।
भेजे गए ईमेल का नहीं दिया गया जवाब
लगभग 300 करोड़ रुपए के ये भूखंड जेएनपीटी से थोड़ी दूर स्थित हैं। इसमें एक भूखंड स्वतंत्रता सेनानी परिवार से भी खरीदा गया है। ईडी से मिली जानकारी के अनुसार सलिल का इस कंपनी में कंट्रोलिंग स्टेक है। फिलहाल इस मामले में अनिल देशमुख को भेजे गए ईमेल और टेक्स्ट मेसेज का ईडी को कोई जवाब नहीं मिला है।
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उरण में स्थित हैं भूखंड
भूखंड की खरीदी 2006 से 2015 के बीच की गई थी। ये सभी भूखंड एक दूसरे से सटे हुए हैं। ये भूखंड जसाई तलाठी सीमा, उरण तहसील के धुतूम गांव में स्थित हैं।
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स्वतंत्रता सेनानी के रिश्तेदार ने दी जानकारी
स्वंतत्रता सेनानी का निधन हो गया है और उनका नाम रामदशेठ ठाकुर था। उनके रिश्तेदार चंद्रभागा पाटील ने बताया कि भूखंड अनिल देशमुख और उनके परिवार के सदस्यों को बेचा गया था। कंपनी प्रीमियर पोर्ट लिंक्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से रजिस्टर्ड है। इसके आलावा कई किसानों ने भी अपने भूखंड बेचे हैं, ज्यादातर लोगों को नकद राशि दी गई है।