भारत के पड़ोसी देश नेपाल में सत्ता हस्तांतरण हो गया है। काफी समय से अपनी सरकार को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को आखिरकार सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर कुर्सी छोड़नी पड़ी है। अब शेर बहादुर देउबा देश के नए प्रधानमंत्री बन गए हैं। देउबा पांचवीं बार नेपाल के पीएम बने हैं।
खबर के अनुसार राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने संविधान के अनुच्छेद 76(5) के तहत उन्हें प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। 74 वर्षीय शेर बहादुर देउबा की यह नियुक्ति देश के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर की गई है। न्यायालय ने 12 जुलाई को केपी शर्मा ओली को कुर्सी खाली करने और देउबा को पीएम बनाने का फैसला सुनाया था। इसके लिए 13 जुलाई तक की समय सीमा निर्धारित की थी।
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आगे की राह नहीं आसान
देश के संविधान के अनुसार प्रधानमंत्री बनने के बाद अब देउबा को 30 दिनों के भीतर सदन में विश्वास मत प्राप्त करना है। इससे पूर्व देउबा चार बार नेपाल के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। वे पहली बार सितंबर 1995- मार्च 1997, दूसरी बार जुलाई 2001-अक्टूबर 2002, तीसरी बार जून 2004-फरवरी 2005 और चौथी बार जून 2017- फरवरी 2018 तक प्रधानमंत्री रह चुके हैं।
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भारत से बेहतर संबंध होने की उम्मीद
बता दें कि लगभग 70 लाख नेपाली भारत में रहते हैं, जबकि लगभग छह लाख भारतीय नेपाल में रहते हैं। दोनों देशों के बीच रोटी-बेटी का संबंध है। देउबा से पहले के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली का झुकाव चीन की ओर ज्यादा होने के कारण भारत के साथ नेपाल के संबंधों में कड़वाहट आ गई थी, लेकिन अब देउबा के आने के बाद दोनों देशों के संबंध बेहतर होने की उम्मीद है। चार बार नेपाल के प्रधानमंत्री रह चुके देउबा को भारत समर्थक माना जाता है। 2017 में पीएम बनने के बाद वे दिल्ली आए थे और पीम नरेंद्र मोदी से मिले थे।