देश के कानून और न्यायिक व्यवस्था से बचने के लिए कई भगोड़ों ने भले ही विदेशों में शरण ले रखी है, लेकिन भारतीय जांच एजेंसियां उन्हें बख्शने के मूड में नहीं है। इसी कड़ी में पीएनबी के 14 हजार करोड़ के घोटालेबाज मेहुल चोकसी और नीरव मोदी के साथ ही एसबीआई समेत कई बैंकों से 9000 रुपए का कर्ज लेकर लंदन में रह रहे विजय माल्या की संपत्ति बेचकर प्रवर्तन निदेशालय ने कुल 13,100 करोड़ की रिकवरी की है।
पीएमएलए के तहत की गई कार्रवाई
ईडी ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि देश के सबसे बड़े कर्जदाता बैंक भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व में भगोड़े मेहुल चोकसी,नीरव मोदी और विजय माल्या की कंपनियों के शेयरों की बिक्री कर 792.11 करोड़ रुपए की वसूली की गई है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने पीएमएलए यानी प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत इनकी संपत्तियों को अपने कब्जे में ले लिया है। ईडी ने इस रकम को बैंको के कंसोर्टियम के हवाले कर दिया है।
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विज्ञप्ति जारी कर ईडी ने दी जानकारी
एक विज्ञप्ति जारी कर ईडी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार नीरव, चोकसी और माल्या की संपत्ति की बिक्री कर अब तक कुल 13,100 करोड़ रुपए की वसूली की गई है। किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक और शराब कारोबारी माल्या पर विभिन्न बैंकों का 9,000 करोड़ रुपए से अधिक का बकाया है।
Today, SBI led consortium has further realized Rs. 792.11 Crore by sale of shares handed over to consortium by ED. Till date assets worth Rs. 13,109.17 Crore have been handed over to Bank/ confiscated to GOI in case of Vijay Mallya, Nirav Modi and Mehul Choksi.
— ED (@dir_ed) July 16, 2021
22 हजार करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी
इसके साथ ही हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पर पंजाब नेशनल बैंक से 14,000 करोड़ रुपए के घोटाला करने का आरोप है। इन तीनो भगोड़ों ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंको को अपनी कंपनियों के माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के जरिए 22 हजार करोड़ से ज्यादा का चूना लगाया है।