बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता की समस्याओं से रुबरु होने के लिए फिर से जनता दरबार शुरू किया है। इस दरबार में पहुंचा एक बजुर्ग अपनी फरियाद सुनाते हुए रोने लगा। उसने सीएम से कहा कि बिजली विभाग के चक्कर लगाकर वह थक गया। हमने सब जगह आवेदन किए। एक छोटी -सी समस्या के समाधान के लिए हमने बिजली विभाग के एमडी तक के चक्कर लगा डाले, लेकिन कहीं कोई सुनवई नहीं हुई। जब मैंने मुख्यमंत्री के जनता दरबार में शिकायत की तो आनन-फानन में समस्या का समाधान हो गया। सेटलमेंट कर मुझे 1542 रुपए का चेक दिया गया।
रोते हुए बुजुर्ग ने कहाः
बिजली विभाग की मनमानी से परेशान बुजुर्ग ने सीएम से रोते हुए कहा,’कुछ कीजिए सर, हम तो परेशान हुए लेकिन आगे कोई और इस तरह परेशान न हो। यह सुनिश्चित कीजिए।’ बुजुर्ग की शिकायत सुनने के बाद सीएम ने तुरंत बिजली विभाग के सचिव को फोन किया और मामले को गंभीरता से लेने की सलाह दी। सीएम ने कहा कि जिसने भी देर की है, उसके खिलाफ तुरंत ऐक्शन लीजिए।
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2016 के बाद फिर शुरू किया गया है दरबार
बता दें कि 2016 के बाद बिहार के सीएम ने फिर से लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए जनता दरबार शुरू किया है। महीने के हर तीसरे सोमवार को यह दरबार लगाया जाता है, जिसमें ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पथ निर्माण, पंचायती राज, पीएचईडी, कृषि, ऊर्जा, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण और सामान्य प्रशासन आदि विभागों से संबंधित मामले सीएम के सामने लोग रखते हैं।