जम्मू-कश्मीरः पहले जहां होती थी आतंकवाद की खेती, अब वहां है ऐसा हाल!

श्रीनगर से करीब 50 किलोमीटर दूर स्थित फिरावद और शादाब खरेबा जैसे इलाकों में ट्रांसफॉर्मर लगाए गए हैं। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति शुरू कर दी गई है।

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जम्मू-कश्मीर के दूर-दराज के इलाके जो पहले आतंकवाद का गढ़ हुआ करते थे,वहां अब विकास की बयार बह रही है। पिछले कुछ समय से शोपियां जिले के शोवान, दुनारु, मीर मोहल्ला, खरी मोहल्ला और दंगरपुर में विकास कार्यों के पंख लग गए हैं। इन गांवों में अब बिजली, पानी और सड़क के साथ ही अन्य तरह की सुविधाएं उपलब्ध होने से यहां कि निवासियों का बेहद जीवन आसान हो गया है। इन्होंने पहली बार इस तरह के विकास का स्वाद चखा है।

मुस्लिम बहुल इन इलाकों में प्रशासन की ओर बकरीद के अवसर पर बिरयानी वितरण किया गया। बैक टु विलेज योजना के तहत इन क्षेत्रों में जीवन की बुनियादी आवश्यकताओं को भी पूरा किया जा रहा है।

लोगों में जागी विकास की उम्मीद
श्रीनगर से करीब 50 किलोमीटर दूर स्थित फिरावद और शादाब खरेबा जैसे इलाकों में ट्रांसफॉर्मर लगाए गए हैं। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति भी शुरू कर दी गई है। शोवन दरबाल में बनी सड़कों से अब लोगों में विकास की उम्मीद जागी है।

सर्दी में भी नहीं टूटेगा संपर्क
सर्दी में जब इस क्षेत्र में 8-10 फीट ऊंची बर्फ जम जाती है तो भी अब क्षेत्र का संपर्क ब्लॉक और जिला मुख्यालय से नहीं टूटेगा। बैक टु विलेज नामक इस योजना की सफलता को जिला प्रशासन की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। ये क्षेत्र कुलगाम, अनंतनाग जैसे पहले से ही आतंकवादग्रस्त इलाकों से घिरे हैं।

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पहले नहीं थी कोई सुविधा
कश्मीर पावर डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन के कार्यकारी अभियंता मकबूल मलिक बताते हैं कि कुछ कस्बो में पहली बार बिजली पहुंची है। नई बस्ती, शोवन जैसे क्षेत्रों में भी अब बिजली पहुंचने से लोगों का जीवन आसान हुआ है और बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में सुधार आ रहा है। उन्होंने बताया कि यहां 20 साल से बिजली लाइनें खराब पड़ी थीं। आंतकवादियों के गढ़ माने जाने वाले इन गांवों में पहले कोई सुविधा नहीं थी। इस कारण स्थानीय लोगों को आतंकवाद की ओर धकेलना आसाना था। लेकिन अब विकास कार्यों के साथ उनमें जागरुकता भी बढ़ी है।

बिजली से आया बड़ा परिवर्तन
सरपंच निसार अहमद बताते हैं कि अब गांवों में बिजली आपूर्ति अच्छे से हो रही है और अब वोल्टेज भी सही रहता है। इन क्षेत्रों में बिजली आपूर्ती कभी सपना हुआ करता था, अब बड़ा परिवर्तन आया है। अब यहां सुबह 9 से दोपहर 1 बजे तक और दोपहर 3 से रात 10 बजे तक हर दिन बिजली उपलब्ध हो रही है।

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