शिवसेना विधायक भास्कर जाधव की 25 जुलाई को महाराष्ट्र के चिपलून में एक महिला के साथ दुर्व्यवहार करने को लेकर विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में परिस्थिति बेहद खराब है और इसे लेकर लोगों में जबरदस्त आक्रोश है। इस स्थिति में जनप्रतिनिधियों को सोच-समझकर बातें करनी चाहिए। उन्हें लोगों के साथ अभद्रतापूर्ण व्यवहार नहीं करन चाहिए। उन्होंने कहा कि भाष्कर जाधव द्वारा किए गए व्यवहार को गंभीरता से लेने की जरुरत है।
बता दें कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे 25 जुलाई को बाढ़ पीड़ितों के हाल जानने चिपलून गए थे। उस दौरान बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की एक महिला आक्रोश में आ गई थी। तभी शिवसेना विधायक भास्कर जाधव ने उनकी ओर इशारा करते हुए कुछ अपशब्द कहे थे। जाधव के उस व्यवहार को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है।
वाह रे शिवसेना स्टाईल
आधी अरेरावी
आणि
आत्ता सारवासारवी pic.twitter.com/pkiHkMtqHR
— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) July 26, 2021
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जनप्रतिनिधियों के अपमान का इरादा नहीं
इस बारे में पर बोलते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि लोग किसी के खिलाफ नहीं हैं। लेकिन स्थिति ऐसी बन गई है, कि वे परेशान हैं। इस स्थिति में वे अपना आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। इसका कारण यह है कि उनकी सरकार और प्रशासन से कुछ उम्मीदें हैं। उनके आक्रोश का कारण उनकी उम्मीदें पूरी न होना है। इसलिए उन पर यह आरोप लगाना कि वे जनप्रतिनिधियों का अपमान कर रहे हैं, उचित नहीं है।
भाष्कर जाधव को आत्ममंथन की सलाह
फडणवीस ने कहा कि सरकार को वर्तमान परिस्थिति में लोगों की बात सुनने और उचित कदम उठाने की जरूरत है। ऐसा न करके उनके खिलाफ असभ्य भाषा का इस्तेमाल कना गलत है। फडणवीस ने कहा कि भास्कर जाधव वरिष्ठ विधायक हैं। उनका इस तरह का व्यवहार अनुचित है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जाधव को इस बारे में आत्ममंथन करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने शिवसेना को भाष्कर जाधव की दुर्व्यवहार को गंभीरता से लेने की जरुरत बताई।