पोर्न फिल्म प्रकरण में गिरफ्तार राज कुंद्रा को अभी जेल में ही रहना होगा। मुख्य दंडाधिकारी के समक्ष जमानत के लिए याचिका दायर की गई थी, जिस पर निर्णय राज कुंद्रा को जमानत नहीं मिल पाई है। राज की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता आबाद पोंडा जिरह कर रहे थे।
राज कुंद्रा और थोरपे की ओर से न्यायालय में एडवोकेट आबाद पोंडा ने दलील दी कि, इस प्रकरण में आरोप पत्र दायर हो गया है। इस मामले के अन्य आरोपी जमानत पर हैं। इसके अलावा सभी प्रकरण में सजा 7 वर्ष से अधिक नहीं होनी है, इसलिए राज कुंद्रा को जमानत दी जाए। उन्होंने कहा कि राज कुंद्रा का परिवार यहीं रहता है इसलिए प्रकरण की जांच के लिए अनुपलब्धता का कोई प्रश्न नहीं है।
जांच अधिकारी की दलील
जांच अधिकारी ने न्यायालय में कहा कि, इस प्रकरण में एक और एफआईआर कुछ लोगों के विरुद्ध पंजीकृत हुई है। बहुत से पीड़ित अब भी सामने आ रहे हैं। आरोपी अन्य आरोपियों को भगाने में सहायक हो सकते हैं। इस मामले का आर्थिक ऑडिट करना अभी बाकी है। इसके अलावा आरोपी साक्ष्यों को प्रभावित कर सकते हैं, एक आरोपी रायन आईटी एक्सपर्ट है, वह इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों को नष्ट कर सकता है।