मुंबई महानगरपालिका के लिए 2022 में होने वाले चुनाव के मद्देनजर सभी पार्टियों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इस पृष्ठभूमि पर भारतीय जनता पार्टी और राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना में गठबंधन की चर्चा गरम है। लेकिन विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने इस तरह की किसी भी संभावना से इनकार किया है। अब मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने भी इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखा है। ठाकरे ने कहा कि मेरे भाषणों की क्लिप के आधार पर मनसे और भाजपा का गठबंधन सुनिश्चित नहीं किया जाना चाहिए।
राज ठाकरे ने कही ये बात
राजनीतिक गलियारों में पिछले कुछ दिनों से यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि राज ठाकरे ने उत्तर भारतीयों को लेकर दिए गए अपने भाषणों की एक क्लिप भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील को भेजी है। इस बारे में पूछे जाने पर राज ठाकरे ने कहा, ”मैंने चंद्रकांत पाटील को ऐसी कोई क्लिप नहीं भेजी है।” उन्होंने कहा कि इस तरह की क्लिप के आधार पर भाजपा और मनसे के गठबंधन का भविष्य नहीं तय किया जाना चाहिए। राज ने कहा कि मेरी भूमिका स्पष्ट है। मनसे प्रमुख ने कहा कि अभी इस विषय पर चर्चा की जरुरत नहीं है।
क्लिप में क्या है?
भाजपा इस डर से मनसे के साथ गठबंधन करने को तैयार नहीं है कि उत्तर भारतीयों पर राज ठाकरे के शुरुआती रुख से पार्टी के उत्तर भारतीय मतदाता नाराज हो सकते हैं। विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि अगर राज अपनी भूमिका स्पष्ट करते हैं तो गठबंधन पर विचार किया जा सकता है। फडणवीस के इस बयान पर राज ठाकरे ने चंद्रकांत पाटील से कहा कि उनके उत्तर भारतीयों पर दिए गए भाषण को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है और वे अपने उस भाषण की क्लिप उनको भेजेंगे।
फडणवीस ने ये कहा थाः
फडणवीस ने कहा था कि मनसे के साथ गठबंधन को लेकर अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है। मनसे से हमारी दुश्मन नहीं है, लेकिन उनके और हमारे विचारों में अंतर है। भाजपा भाषा के आधार पर भेदभाव को स्वीकार नहीं करती है। हमारी भूमिका हमेशा से हिंदू समर्थक रही है। अब मनसे भी हिंदुत्वादी हो रही है, इसलिए इस पर बाद में विचार किया जाएगा, लेकिन हमने अभी तक ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है।