महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी गठबंधन में शामिल शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ ही कांग्रेस भी सरकार द्वारा कार्यकाल को पूरा करने का दावा करती हैं, हालांकि पार्टियों के भीतर चल रहे अंतर्विरोध कई बार मीडिया तक पहुंचते रहे हैं। कांग्रेस जहां अपने दम पर मुंबई महानगरपालिका के साथ ही अन्य चुनाव भी अपने दम पर लड़ने का कई बार दम भर चुकी है, वहीं शिवसेना और राकांपा के बीच भी टकराव सामने आते रहे हैं। अब सरकार के बारे में पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान विधानसभा में विपक्षी नेता देवेंद्र फडणवीस ने अपने विचार व्यक्त किए हैं।
फडणवीस ने कहा है कि महाविकास आघाड़ी सरकार के भीतर अंतर्विरोध धीरे-धीरे स्पष्ट होते जा रहे हैं। इस सरकार में शामिल सभी पार्टियों का कोई न कोई निहित स्वार्थ है, जो अब पूरा नहीं हो पा रहा है। इसलिए सत्ता की कुर्सी उन्हें चुभने लगी है। आंतरिक अंतर्विरोधों के कारण यह सरकार गिर जाएगी। उसके बाद भाजपा के पास सरकार बनाने का विकल्प है।
सरकार में बढ़ रहा है विवाद
विपक्षी नेता ने कहा कि वर्तमान में, महाविकास गठबंधन के घटक दलों में मतभेद बढ़ रहे हैं। कांग्रेस नेतृत्व ने जहां शिवसेना पर निशाना साधना शुरू कर दिया है, वहीं कांग्रेस नेतृत्व को ‘सामना’ के जरिए निशाना बनाया जा रहा है। उधर, राकांपा के कारण कांग्रेस की अहमियत कम होती जा रही है। ऐसे में कांग्रेस के नेता राकांपा से नाखुश हैं। इस स्थिति में महाविकास आघाड़ी सरकार के भविष्य को स्पष्ट रुप से देखा जा सकता है।
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हमें सत्ता का लालच नहीं
फडणवीस ने कहा कि इतिहास गवाह है,अंतर्विरोधों से भरी कोई भी सरकार 5 साल पूरे नहीं कर पाई है। इस सरकार में भी अंतर्विरोध बढ़ रहे हैं। इस स्थिति में सरकार ज्यादा दिन नहीं चल पाएगी। इसका यह मतलब बिलकुल नहीं है कि हम सत्ता के लालच में बैठे है।
हम देंगे वैकल्पिक सरकारः पडणवीस
भाजपा नेता फडणवीस ने दावा किया कि जिस दिन यह सरकार गिरेगी, हम निश्चित रूप से एक वैकल्पिक सरकार देंगे। इसके लिए हमारे पास विकल्प तैयार है। हमने कई पार्टियों को अपने साथ लिया है, मनसे को साथ लेने में हमें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन अभी इसकी कोई जरुरत नहीं है। अगर स्थिति बदलती है तो हम इस पर जरूर विचार करेंगे। हालांकि, मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे के साथ मेरी बैठक और चर्चा जारी है।