भारत के लिए 5 और 15 अगस्त के दिन बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। 5 अगस्त को जहां जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया था, वहीं 15 अगस्त को देश के स्वतंत्रता दिवस के रुप में मनाया जाता है। इस बात को देखते हुए पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन भारत में इन दो दिनों को बड़ी आतंकी वारदातों को अंजाम देने की फिराक में हैं।
जम्मू के साथ ही भारत के अन्य मंदिर भी निशाने पर
खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर -ए-तैयबा भारत के मंदिरों पर आतंकी हमला कर देश में सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने का षड्यंत्र कर रहे हैं। आतंकी संगठनों के नापाक मंसूबों के बारे में जानकारी मिलने के बाद जम्मू में हाई अलर्ट जारी किया गया है। पूरे शहर में सुरक्षा बढ़ाने के साथ ही संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही देश के अन्य प्रमुख मंदिरों की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
जम्मू में कई मशहूर मंदिर
जम्मू मंदिरों का शहर के नाम से मशहूर है। यहां रघुनाथ मंदिर और बावे लाली माता समेत सैकड़ों पुराने मंदिर हैं। रघुनाथ मंदिर में तो पहले भी आतंकी हमला हो चुका है। मिली जानकारी के अनुसार ये आतंकी संगठन 5 और 15 अगस्त को देश में बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। ये दोनों ही दिन भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक हैं।
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तीन साजिश नाकाम
सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार ड्रोन द्वारा आईईडी गिराए जाने की कुछ घटनाएं इस बात की ओर इशारा करती हैं कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन मंदिरों के पास भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर बड़ा विस्फोट कराने की साजिश रच रहे हैं। रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बीते दिनों कम से कम तीन आतंकी साजिशों को नाकाम किया गया है।
खास घटनाएं
- 23 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के कनाचक क्षेत्र में एक ड्रोन को मार गिराया गया था। ध्वस्त ड्रोन से बड़े पैमाने पर विस्फोटक बरामद किया गया था।
- फरवरी 2021 में जम्मू शहर के व्यस्तम बस स्टैंड के पास से 7 किलो का एक आईईडी बरामद किया गया था। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था।
- 27 जून को जम्मू के वायु सेना स्टेशन के तकनीकी क्षेत्र मे एक ड्रोन विस्फोट कराया गया था।
- 28 जुलाई को कई आतंकी हमले में शामिल लश्कर-ए- तैयबा के कमांडर नदीम अबरार को गिरफ्तार किया गया था।