ई-रुपी एक डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म है, जिसे पूरी तरह कैशलेस और कॉन्टैक्टलेस बनाया गया है। यह डिजिटल प्लेटफॉर्म सुनिश्चित करेगा कि लेनदेन पूरा होने के बाद ही सेवा प्रदाता को भुगतान किया जाए। इसकी लॉन्चिंग के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके उपयोग और विशेषताओं के बारे में पूरी जानकारी दी।
जानते हैं ई रुपी की लॉन्चिग के अवसर पर पीएम के संबोधन की खास बातें
- आज देश, डिजिटल गवर्नेंस को एक नया आयाम दे रहा है। ई-रुपी वाउचर देश में डिजिटल ट्रांजैक्शन को,डीबीटी को और प्रभावी बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाला है।
- 21वीं सदी का भारत, आज कैसे आधुनिक टेक्नोलॉजी की मदद से आगे बढ़ रहा है, टेक्नोलॉजी को लोगों के जीवन से जोड़ रहा है, ई-रुपी उसका एक प्रतीक है।
- मुझे खुशी है कि ये शुरुआत, उस समय हो रही है, जब देश आजादी के 75 वर्ष पर अमृत महोत्सव मना रहा है।
- सरकार ही नहीं, अगर कोई सामान्य संस्था या संगठन किसी के इलाज में, किसी की पढ़ाई में या दूसरे काम के लिए कोई मदद करना चाहता है तो, वो कैश के बजाय ई-रुपी दे सकता है।
- इससे सुनिश्चित होगा कि उसके द्वारा दिया गया धन, उसी काम में लगा है, जिसके लिए वो राशि दी गई है। अभी शुरुआती चरण में ये योजना देश के हेल्थ सेक्टर से जुड़े बेनिफिट्स पर लागू की जा रही है।
- मान लीजिए, कोई ऑर्गनाइजेशन, सेवा भाव से, सरकार, भारत सरकार के द्वारा जो मुफ्त वैक्सीन दे जा रही है, उसका लाभ लेना नहीं चाहता है, लेकिन जो प्राइवेट अस्पतालों में जहां कुछ कीमत दे करके वैक्सीन दी जा रही है, उसमें भेजना चाहता है। अगर 100 गरीबों को वैक्सीन लगवाने की उसकी इच्छा है तो वो उन 100 गरीबों को ई-रुपी वाउचर दे सकता है। यह वाउचर ये सुनिश्चित करेगा कि उसका इस्तेमाल वैक्सीन लगवाने में ही हो, किसी और काम में नहीं।
- समय के साथ इसमें और भी चीजें जुड़ती चली जाएंगी। जैसे कोई किसी के इलाज पर खर्च करना चाहता है, कोई टीबी के मरीज को सही दवाओं और भोजन के लिए आर्थिक मदद देना चाहता है, या फिर बच्चों को, गर्भवती महिलाओं को भोजन और पोषण से जुड़ी दूसरी सुविधाएं पहुंचाना चाहता है, तो ई-रुपी उनके लिए बहुत मददगार साबित होगा।
- जिस मकसद से कोई मदद या कोई बेनिफिट दिया जा रहा है, वो उसी के लिए प्रयोग होगा, ये ई-रुपी सुनिश्चित करने वाला है। कोई अब अगर चाहेगा कि वो वृद्धाश्रम में 20 नए बेड लगवाना चाहता है, तो ई-रुपी वाउचर उसकी मदद करेगा।
- कोई किसी क्षेत्र में 50 गरीबों के लिए भोजन की व्यवस्था करना चाहता है, तो ई-रुपी वाउचर उसकी मदद करेगा। अगर कोई गौशाला में चारे की व्यवस्था करना चाहता है, तो ई-रुपी वाउचर उसकी भी मदद करेगा।
- इसे अब अगर राष्ट्रीय परिपेक्ष्य में देखें तो, अगर सरकार द्वारा किताबों के लिए पैसा भेजा गया है, तो ई-रुपी ये सुनिश्चित करेगा कि किताबें ही खरीदी जाएं। अगर यूनिफॉर्म के लिए पैसा भेजा है, तो उससे यूनिफॉर्म ही खरीदी जाए।