पूजा चव्हाण आत्महत्या प्रकरण में अब नए सिरे से हल्लाबोल शुरू हो गया है। इसका कारण है कि पूजा चव्हाण ने आत्महत्या के पहले 90 मिनट तक मोबाइल पर एक शख्स से बात की थी, यह शख्स तत्कालीन मंत्री संजय राठोड थे। इस विषय में 90 मिनट की बातचीत की फॉरेन्सिक रिपोर्ट और फोन पर नए वार्तालाप की रिकॉर्डिंग मिलने से भाजपा की ओर से जांच को लेकर गंभीर आरोप लगने शुरू हो रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा वाघ ने शुरू से ही पूजा चव्हाण प्रकरण में जांच को लेकर सवाल खड़ा करती रही हैं। अब 90 मिनट के वार्तालाप की फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद उन्होंने हल्लाबोल कर दिया है। उन्होंने कहा है कि, मुझे पहले दिन से ही विश्वास था कि आवाज उन्हीं की थी। इसलिए प्रतीक्षा है आगामी दिनों में इस प्रकरण में सामने आनेवाले नए खुलासों का और उस पर सरकार की भूमिका की। लड़ेंगे जीतेंगे…
90 मिनट हुई थी वार्ता
पूजा चव्हाण ने आत्महत्या के पहले 90 मिनट तक मोबाइल पर वार्ता की थी। इसे फोरेन्सिक जांच के लिए भेजा गया था। सूत्रों से मिली जनकारी के अनुसार इसकी रिपोर्ट तीन सप्ताह पहले ही फोरेन्सिक लैब ने पुणे पुलिस को सौंप दी है। इसके अलावा आत्महत्या के पहले पूजा ने शराब का सेवन किया था, यह भी विसरा रिपोर्ट में सामने आया है। इसी के नशे में पूजा ने आत्महत्या कर ली होगी ऐसी आशंका है। इस बीच पुलिस के हाथ एक फोन रिकॉर्डिंग भी लगी है। जिसमें बंजारा भाषा में बातचीत है। जिसका भाषांतर पुलिस करा रही है।