महाराष्ट्रः अब कांग्रेस में चव्हाण-थोरात समर्थकों को ‘ना ना’!

पिछले एक साल में कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ कई आंदोलन किए हैं। लेकिन कुछ जिलों के अध्यक्षों ने इसमें हिस्सा तक नहीं लिया। अब कांग्रेस के ऐसे अक्षम जिलाध्यक्षों को बदला जाएगा।

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कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद नाना पटोले ने महाराष्ट्र कांग्रेस में कई बदलाव किए हैं। सबसे पहले उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद आक्रामक तरीके से आत्मनिर्भरता का नारा दिया। इससे उनकी ही पार्टी के नेता नाराज हो गए थे। हालांकि अब केंद्रीय नेतृत्व का समर्थन मिलने से नाना पार्टी के हित में और अधिक आक्रामक हो गए हैं। अब विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि नाना पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं को जोर का झटका देने की तैयारी कर रहे हैं।

विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक नाना ने प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री अशोक चव्हाण और राजस्व मंत्री बालासाहब थोरात द्वारा नियुक्त पदाधिकारियों को हटाकर उनकी जगह आक्रामक तथा युवा नेताओं को बैठाने की रणनीति बनाई है।

ऐसे पदाधिकारियों पर गिरेगी गाज
पिछले एक साल में कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ कई आंदोलन किए हैं। लेकिन कुछ जिलों के जिलाध्यक्षों ने इसमें हिस्सा तक नहीं लिया। अब कांग्रेस के ऐसे अक्षम जिलाध्यक्षों को बदला जाएगा। पता चला है कि इसमें सतारा, सांगली, सोलापुर, जलगांव, उस्मानाबाद आदि के जिलाध्यक्ष शामिल हैं। कथित रुप से ये सभी जिलाध्यक्ष अशोक चव्हाण और बालासाहेब थोरात के समर्थक हैं।

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इन पदों पर नियुक्त किए जाएंगे नए नेता
बता दें कि नासिक और पुणे दोनों शहर के अध्यक्षों को राज्य कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष बनाया गया है। अब उनके स्थान पर दो अन्य नेताओं को नियुक्त किया जाएगा। पता चला है कि रत्नागिरी और रायगढ़ में युवाओं को अवसर दिया जाएगा। रत्नागिरी कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय भोसले और रायगढ़ जिलाध्यक्ष माणिक जगताप का हाल ही में निधन हो गया है। इन दोनों जिलों में कांग्रेस की मौजूदगी कम है। अब इन जिलों में कांग्रेस की ताकत बढ़ाने के लिए नए अध्यक्षों को नियुक्त किया जाएगा।

कांग्रेस में बढ़ेगी कलह
कांग्रेस के कुछ नेताओं ने नाना पटोले पर पार्टी को दो गुट में बांटने का आरोप लगाया है। कांग्रेस में यह भी चर्चा चल रही है कि बालासाहेब थोरात और नितिन राउत ने दिल्ली में जाकर सीधे राहुल गांधी से नाना की शिकायत की थी। इतना ही नहीं, राज्य में कांग्रेस नेता भी नाना की बयानबाजी से खफा हैं। साथ ही अब नाना बालासाहब थोरात और अशोक चव्हाण के समर्थकों को साइडलाइन करने की तैयारी कर रहे हैं। वर्तमान में कांग्रेस में जो गतिविधियां चल रही हैं, उसे देखते हुए पार्टी में आंतरिक कलह बढ़ना तय है।

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