साइकिल पर राहुल… शाह के दर पवार! क्या ये नई लामबंदी है

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नई दिल्ली में विपक्ष की 14 पार्टियों की नाश्ते पर चर्चा हुई। इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी साइकिल पर संसद पहुंचे। उनकी साइकिल पर ईंधन के दामों में बढ़ोतरी का तख्ती टंगी थी। दूसरी ओर केंद्रीय गृह मंत्री से शरद पवार ने भेंट करके चर्चा की। इन भेंट-मुलाकातों ने राजनीतिक कयासों को बढ़ा दिया है।

कांग्रेस द्वारा बुलाए गए विपक्षी दलों के ‘नाश्ते पर चर्चा’ में सुप्रिया सुले सम्मिलित हुईं। दोपहर में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भेंट की। इसी प्रकार शिवसेना सांसद संजय राऊत ने लगातार दूसरे दिन राहुल गांधी से भेंट की। इन भेंट मुलाकातों ने राष्ट्रीय राजनीति को गरमा दिया है।

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बाढ़ पर हुई बात
गृह मंत्री अमित शाह से भेंट के विषय में जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार एनडीआरएफ द्वारा आपत्ति सहायता राशि की सीमा को बढ़ाए जाने की चर्चा हुई। इस बैठक में शरद पवार के साथ सुनील तटकरे भी थे। परंतु, इसके बाद अमित शाह और शरद पवार के बीच एक अन्य भेंट भी हुई। केंद्र सरकार द्वारा गठित सहकार मंत्रालय की जिम्मेदारी अमित शाह के पास है, शरद पवार और अमित शाह के बीच सहकार मंत्रालय से जुड़े मामलों पर भी चर्चा हुई।

नाश्ते पर विपक्ष
कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष के 14 दलों की भेंट हुई। नाश्ते पर चर्चा का मेन्यू सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के विरुद्ध विपक्ष को एकजुट खड़ा करना था। पिछली बार की विपक्षी एकता बैठक में सम्मिलित नहीं हुए दल भी इस बार टेबल पर राजनीति का रस ले रहे थे। इसमें महाराष्ट्र से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना थी तो पश्चिम बंगाल से सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस भी शामिल थी।

हालांकि, कांग्रेस नाश्ते की मेज पर बहुजन समाज पार्टी और आम आदमी पार्टी को नहीं ला पाई। बसपा प्रमुख ‘एकला चलो’ के नारे के साथ आगे बढ़ रही हैं तो आम आदमी पार्टी भी पंजाब में अपने आपको कांग्रेस का पर्याय मान रही है। ऐसे में नाश्ते का चटखारा पंजाब में जायका बिगाड़ सकता है इसलिए राहुल के सुर में ‘आप’ के संजय का ताल नहीं बैठ पाया।

फर्राटा राजनीति के लिए चली साइकिल
राहुल गांधी की राजनीति की दौड़ विपक्षी एकता के नाश्ते से शुरू हुई और संसद की सड़क पर साइकिल दौड़ तक चली। राहुल गांधी मुद्दों और दलों दोनों को छोड़ना नहीं चाह रहे हैं। इसके लिए ईंधन के दर, पेगासस जासूसी प्रकरण, नए केंद्रीय कृषि कानून को हाथों से छोड़ना नहीं चाहते। वहीं भाजपा रहित सभी दलों को एकजुट करके संसद में अपनी शक्ति मजबूत करने की कोशिश में है।

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बेटी कांग्रेस के साथ और बाबा भाजपा के साथ
सबेरे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद और शरद पवार की पुत्री सुप्रिया सुले विपक्षी दलों के साथ नाश्ते पर थीं तो दोपहर को शरद पवार ने केंद्रीय गृहमंत्री से भेंट की। इसी प्रकार लगातार दूसरे दिन शिवसेना नेता संजय राऊत कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के साथ थे। कहा जा रहा है कि कांग्रेस के युवराज महाराष्ट्र में शिवसेना की सफलता के कारणों का अध्ययन कर रहे हैं तो दूसरी ओर राज्य तक सीमित शिवसेना दिल्ली में पैर पसारने की कोशिश में है।

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