जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों पर काफी हद तक शिकंजा कसने में सफलता मिली है। चौकस सुरक्षाबलों को चकमा देकर अब आतंकी वारदातों को अंजाम देना आसान नहीं है। इसके साथ ही सीमा पर घुसपैठ करना भी काफी मुश्किल है। मई 2018 से जून 2021 के बीच जम्मू-कश्मीर में कम से कम 630 आतंकवादी मौत के घाट उतार दिए गए हैं।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने 4 अगस्त को यह जानकारी देते हुए इसे सुरक्षाबलों की बड़ी सफलता बताई। राज्यसभा में इस बारे में जानकारी देते हुए राय ने बताया कि 400 एनकाउंटर हुए, जिसमें 85 जवान भी वीरगति को प्राप्त हुए। वे कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह के प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। राय ने कहा कि जम्मू-कश्मीर वर्षों से सीमा पार से आतंकवाद का शिकार रहा है, लेकिन अब उसकी कमर टूट गई है।
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खास बात
- आतंकवाद को लेकर सरकार ने जीरो टोलिरेंस पॉलिसी अपनाई है।
- विरोधी तत्वों के लिए देश में कड़े कानून लागू किए गए हैं।
- आतंकी संगठनों से निपटने के लिए लगातार तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं।
- सुरक्षा बल आतंकियों पर कड़ी नजर रखने के साथ ही कड़ी कार्रवाई भी कर रहा है।
पाक ने किया 664 बार सीजफायर का उल्लंघन
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने बताया कि जून 2021 तक पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर में 664 बार सीजफायर का उल्लंघन किया गया है। हालांकि मार्च में सीमा पार से गोलीबारी या सीजफायर उल्लंघन की एक भी घटना भी नहीं घटी। उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर में 2019 में 1948 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही 34 लोगों को सजा भी हुई है।