कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर कमजोर जरुर हुई है, लेकिन इसका खतरा अभी भी बरकार है। इस स्थिति में कोरोना के कड़े प्रतिबंध देश के कई राज्यों के साथ ही महाराष्ट्र में भी लागू हैं। श्मशान जाने से लेकर सभी तरह के कार्यक्रमों के लिए सख्त नियम बनाए गए हैं, लेकिन नेताओं के जन्मदिन, सभाएं और रैलियां तथा समारोह जारी हैं। इसी तरह का एक ताजा मामला प्रकाश में आया है।
मुंबई में मानखुर्द-शिवाजी नगर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी के जन्मदिन पर कोरोना के नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं। 8 अगस्त को घटी इस घटना में आजमी के जन्मदिन पर रथ यात्रा निकालने के साथ ही तलवार से केक भी काटा गया। इस आयोजन में कोराना के नियमों की खुल्लेआम धज्जियां उड़ाई गईं। सामाजिक दूरी और अन्य नियम तो दूर की बात थी, जश्न में शामिल लोगों ने मास्क तक नहीं पहन रखा था और लोगों की भीड़ कोरोना को दावत देती प्रतीत हो रही थी। इस मामले में पुलिस ने अबू आजमी सहित 18 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस थाने में मामला दर्ज
पुलिस के अनुसार अबू आजमी और सपा के 17 कार्यकर्ताओं के खिलाफ तलवार से केक काटने के साथ ही कोरोना के नियमों के उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया गया है। उनके जन्मदिन पर सैकड़ों कार्यकर्ता रैली में शामिल हुए थे। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कोरोना के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए पटाखे भी जलाए।
‘यह कार्यकर्तओं का प्यार’
इस बारे में अबू आजमी ने सफाई देते हुए कहा है कि यह कार्यकर्ताओं का प्यार है। यह तलवार मारने के लिए नहीं थी। हम बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए चंदा इकट्ठा कर रहे थे।
भाजपा का आक्रामक रुख
इस मामले को भारतीय जनता पार्टी विधायक अतुल भातखलकर ने गंभीरता से लेते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। भातखलकर ने एक वीडियो जारी कर इसे बशर्मी का हद बताते हुए कहा है, ‘अपने जन्म दिन पर कोरोना के सभी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए अबू आजमी ने तलवार से केक काटा। महाविकास आघाड़ी सरकार को समर्थन दे रहे आजमी ने इस तरह लाज-शर्म छोड़कर कोरोना के नियमों का उल्लंघन किया। इस तरह की बेशर्मी और कानून के उल्लंघन करने वाले विधायक पर क्या उद्धव सरकार कार्रवाई करेगी? हिंदुत्व का मुद्दा तो उसने पहले ही छोड़ दिया है। कानून का उल्लंघन करने वाले अबू आजमी पर कार्रवाई नहीं की गई तो भाजपा आंदोलन करेगी।’
— Atul Bhatkhalkar (@BhatkhalkarA) August 8, 2021
कोरोना का खतरा बरकरार
बता दें कि महाराष्ट्र में 8 अगस्त को 5508 नए मामले आने के साथ ही 151 लोगों की मौत भी हुई है। ये आंकड़े दिखाते हैं कि कोरोना संक्रमण कम भले हो गया है लेकिन उसका खतरा अभी भी बरकरार है। इस स्थिति में सभी को कोरोना के नियमों का पालन करना जरुरी है। यह भी सच है कि 15 दिन पहले तक महाराष्ट्र कोरोना संक्रमण के मामले में प्रथम क्रमांक पर था। इस स्थिति में किसी नेता द्वारा अपने जन्मदिन पर इस तरह भीड़ इकट्ठा करना और तलवार से केक काटना शर्मनाक और कानूनी रुप से गलत है।
लिव इन रिलेशन पर दिया विवादास्पद बयान
फरवरी 2021 में भी आजमी ने महिलाओं को लेकर विवादास्पद बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि महिलाएं लिव-इन रिलेशन के नाम पर एक दो साल साथ रहती हैं और उसके बाद बलात्कार का आरोप लगा देती हैं। आजमी ने कहा था कि देश में पश्चिमी सभ्यता की हवा चल रही है, जिसमें सब बह रहे हैं। ऐसी चीजों पर तुरंत रोक लगाने की जरुरत है। उन्होंने यह बयान महाराष्ट्र के वन मंत्री संजय राठोड़ और पूजा चव्हाण मामले में दिया था। इस मामले में पूजा चव्हाण ने आत्महत्या कर ली थी।
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ड्रग्स मामले में समन
10 जुलाई 2021 को गोवा एनसीबी ने ड्रग्स मामले में अबू आजमी को समन भेजा था। आजमी से ड्रग्स तस्करी मामले में पूछताछ के लिए यह समन भेजा गया था। ड्रग्स कनेक्शन में 8 जुलाई को सफरान लकड़ावाला को गिरफ्तार किया गया था। एनसीबी अधिकारी यह जानना चाहते थे कि सफरान से उनके क्या संबंध हैं?
विवादों से पुराना नाता
मई 2020 में प्रदर्शन कर रहे अबू आजमी के कार्यकर्ताओं को रोक रही महिला पुलिस अधिकारी के साथ उन पर अभद्रता करने का आरोप लगा था। यहां तक कि उन्होंने महिला पुलिस शालिनी शर्मा को ट्रांसफर करने की भी धमकी दी थी। यहां तक कि उनकी मांग पर महिला पुलिस अधिकारी का ट्रांसफर भी कर दिया गया था। इसे लेकर भाजपा नेताओं ने सरकार की आलोचना भी की थी।
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यह था मामला
अबू आजमी उन श्रमिकों के साथ सड़क पर उतर आए थे, जो ट्रेन रद्द होने के बाद गृह नगर नहीं जा पाए थे। आजमी का उस समय एक वीडियो वायरल हुआ था। उस वीडियो में वे महिला के साथ अभद्रतापूर्ण व्यवहार करते हुए कह रहे थे, ‘यह औरत कहती है कि आप पुलिस पर इल्जाम लगा रहे हो, मैं बात नहीं करुंगी। तेरे बाप के बाप को भी बात करनी पड़ेगी।’ बाद में शालिनी शर्मा को नागपाड़ा से चेंबूर पुलिस स्टेशन में ट्रांसफर कर दिया गया था। उनकी जगह नागपाड़ा में जयप्रकाश भोसले को तैनात किया गया था।
2013 में दिया था विवादास्पद बयान
इससे पहले 2013 में अबू आजमी ने यूपी के लखनऊ में एक कार्यक्रम में भी विवादास्पद बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि जब यूपी बिहार के लोग मुंबई जाएं तो अपने साथ हथियार लेकर जाएं। वे पुलिस या सरकारी सुरक्षा परभरोसा न करें। उन्होंने यह बयान मुंबई में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना और शिवसेना के उत्तर भारतीयों के विरोधी रुख को लेकर दिया था।