अफगानिस्तान सरकार और आतंकी संगठन तालिबान के बीच जारी हिंसा के बीच भारत ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अफगानिस्तान में भारतीय वाणिज्य दूतावास में कार्यरत भारतीय अधिकारियों व कर्मचारियों को वापस लाया जाएगा। यह कॉन्सुलेट अफगान के मजार-ए-शरीफ शहर में स्थित है।
मोदी सरकार ने हिंसा की आग में झुलस रहे अफगानिस्तान में स्थित कॉन्सुलेट में फंसे अधिकारियों और कुछ अन्य भारतीय नागरिकों को वापस लाने का निर्णय लिया है।
वायुसेना निकालेगी बाहर
भारतीय वायुसेना अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ में रह रहे लोगों को बाहर निकालेगी। यह शहर अफगानिस्तान का वह शहर है,जहां अंतिम भारतीय वाणिज्य दूतावास मौजूद है। इस शहर में बसे सभी भारतीय नागरिकों को अब वायुसेना वहां से बाहर निकालेगी।
Security Advisory for Indian Nationals in Afghanistan@MEAIndia pic.twitter.com/yB13DRpkgT
— India in Afghanistan (@IndianEmbKabul) August 10, 2021
तालिबान का बढ़ रहा है वर्चस्व
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से अफगानिस्तान में तालिबान का वर्चस्व बढ़ता जा रहा है। इसे देखते हुए भारत सरकार ने यह निर्णय लिया है। वहां रह रहे भारतीय नागरिकों को सूचित कर दिया गया है कि मजार-ए-शरीफ से एक स्पेशल फ्लाइट नई दिल्ली के लिए रवाना होगी। जो भी भारतीय इस शहर और इसके आसपास के क्षेत्र में रहे हैं, वे इस फ्लाइट से नई दिल्ली के लिए रवाना हो जाएं। उनसे अपने बारे में 0785891303, 0785891301 नंबर पर वाट्सएप के जरिए जानकारी देने का आग्रह किया गया है।
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लोगों में दहशत
बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान आतंकियो की ताकत बढ़ती जा रही है। तालिबान ने पिछले चार दिनों में छह प्रांतीय राजधानियों पर अधिकार कर लिया है। दहशत का आलम यह है कि लोग घरों से निकलने से डर रहे हैं। हाल ही में तालिबान ने घोषणा की है कि अब वह अपना रुख देश के उत्तर में स्थित सबसे बड़े शहर मजार-ए-शरीफ की ओर करेगा।