महाराष्ट्र में वर्तमान में महाविकास आघाड़ी की सरकार है, जिसमें कांग्रेस भी शामिल है। हालांकि जानकारी मिल रही है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा बुलाई गई एक महत्वपूर्ण बैठक में शामिल नहीं होंगे।
सोनिया गांधी ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ तीसरे मोर्चे के गठन के लिए ऑनलाइन बैठक बुलाई है, हालांकि विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली है कि उद्धव ठाकरे उस बैठक में नहीं शामिल होंगे। शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री बैठक में शामिल नहीं होंगे। इसके बाद तीसरे मोर्चे के गठन पर सवाल उठने लगे हैं।
बैठक का क्या है कारण?
हाल ही में कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के आवास पर विपक्ष की सभी महत्वपूर्ण पार्टियों के नेताओं की बैठक हुई थी। अब सोनिया गांधी ने सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं और मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई है। यह बैठक 20 अगस्त को होगी। शिवसेना सांसद संजय राउत ने स्पष्ट किया था कि उद्धव ठाकरे बैठक में हिस्सा लेंगे। लेकिन,अब पता चला है कि ठाकरे बैठक में नहीं शामिल होंगे।
भाजपा ने की थी आलोचना
महाराष्ट्र आजपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से यह ट्वीट किया गया था,’हमने पहले ही कहा था… सोनिया, जिसकी मम्मी हैं, वो ठाकरे सरकार निकम्मी है।’ अब सोनिया गांधी की बैठक में शामिल नहीं होने की बात कर उद्धव ठाकरे ने विपक्ष को आलोचना का एक और मुंह मांगा मौका दे दिया है।