उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमतवाली सरकार है। परंतु, इसमें एक बात विशेष है कि इस सरकार में भी भाजपा का प्रखर हिंदुत्ववादी चेहरा ही उदित हुआ। यानि, जिस प्रकार कल्याण सिंह के शासनकाल ने भाजपा के हिंदुवादी चेहरे को चमकाया, उसी के साए में आज भी सत्ता चल रही है और योगी आदित्यनाथ के रूप में एक ‘महंत’ राज्य सरकार का नेतृत्व कर रहा है।
मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ प्रखर हिंदुत्व का चेहरा माने जाते हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की हिंदुत्ववादी विचारों की नींव रखनेवाले विशिष्ट नाम थे कल्याण सिंह। राम मंदिर निर्माण के शिलान्यास के समय उन्होंने लखनऊ के अपने निवास पर कहा था कि,
राम मंदिर निर्माण का मेरा सपना अंतत: पूर्ण हो रहा है, अब मैं शांति से मर पाउंगा।
ये भी पढ़ें – वो अपनी शर्तों पर जीवन जीते थे…कल्याण सिंह की अंत्येष्टि सोमवार को
भाजपा का प्रमुख चेहरा
- कल्याण सिंह भी भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती की भांति देश में हिंदुत्व के बड़ा चेहरा थे
- उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा था कि उन्हें अपने निर्णय पर गर्व है कि उन्होंने पुलिस को अनुमति नहीं दी थी कि वह 6 दिसंबर 1992 को बाबरी विध्वंस कर रहे कारसेवकों पर कार्रवाई करे
- बाबरी विध्वंस के दिन की याद करते हुए उन्होंने बताया, मुझे जिलाधिकारी का फोन आया था की साढ़े तीन लाख कारसेवक इकट्ठा हुए हैं। तब मैंने कहा कि केंद्रीय बल आ रहा है और कार्रवाई नहीं होने दी
- जब मुझसे फायरिंग की अनुमति मांगी गई तो मैंने लिखित आदेश देकर अनुमति से इन्कार कर दिया
- इसकी परिणति रही कि बाबरी विध्वंस के बाद तत्काल बाद ही उत्तर प्रदेश में कल्याण सिंह की सरकार भी गिर गई
- कल्याण सिंह ने स्पष्ट रूप से यह सर्वोच्च न्यायालय में स्वीकार किया वे बाबरी विध्वंस की नैतिक जिम्मेदारी लेते हैं और इसके लिए जेल जाने को तैयार हैं, बाद में अक्टूबर 1994 में उन्हें तिहाड़ जेल में एक दिन की सजा भी काटनी पड़ी
- इन घटनाओं के बाद कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश का प्रमुख हिंदू चेहरा बन गए, वे लोगों की जुबान पर थे
- 30 सितंबर, 2020 को सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन की विशेष न्यायालय ने बाबरी विध्वंस प्रकरण के सभी आरोपियों को बरी कर दिया, जिसमें से कल्याण सिंह का नाम भी था
- कल्याण सिंह ने शहरी भागों तक सीमित भाजपा के जनाधार को ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचा दिया
हिंदुत्व की राह में भाजपा सरकार
- अटल बिहारी वाजपेयी इसके पहले संघ परिवार का बड़ा चेहरा थे, उन्हें संसद से लेकर सड़क तक लोग सुनते थे
- लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी ने अपनी एकता यात्रा, राम रथ यात्रा के माध्यम से हिंदू समाज को जगाया, इसके लिए उन्हें जनसमर्थन भी मिला
- राम मंदिर निर्माण के संघर्ष काल में साध्वी ऋतंभरा, उमा भारती भी एक चेहरे के रूप में उभरीं
- परंतु, अटल बिहारी वाजपेयी के बाद नरेंद्र मोदी को हिंदुओं का प्रमुख नेता माना जाने लगा, गोधरा काण्ड से लेकर राम मंदिर निर्माण के निर्णय तक की उनकी कार्य प्रणाली हिंदू समाज में बहुत प्रसिद्ध है
- 2014 में अपनी संस्था हिंदू युवा वाहिनी के कार्यक्रम में महंत योगी आदित्यनाथ ने एक नया मंत्र दिया, ‘रिवर्स लव जिहाद’ जिसमें उन्होंने कहा कि हिंदू पुरुषों को मुस्लिम महिलाओं से विवाह करना चाहिये
- गोरक्षनाथ मंदिर के महंत योगी आदित्यऩाथ हिंदुत्व पर लिये गए अपने निर्णयों पर कभी पीछे नही हटे, इसी के कारण वे भाजपा के प्रखर हिंदुत्व का चेहरा हैं