महाराष्ट्र में फडणवीस सरकार के दौरान किसान धर्मा पाटील ने आत्महत्या कर ली थी। तब विपक्ष ने सरकार की खूब आलोचना की थी। अब एक बार फिर वैसी ही घटना दोहराई गई है। मंत्रालय के सामने कीटनाशक पीने से किसान की मौत हो गई है। इससे एक बार फिर प्रदेश का राजनीतिक माहौल गरमा गया है। पूर्व कृषि राज्य मंत्री सदाभाऊ खोत ने इसकी कड़ी आलोचना की है। किसान सुभाष जाधव ने 20 अगस्त को मंत्रालय के सामने कीटनाशक पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुणे का रहनेवाला था किसान
सुभाष जाधव का मुंबई के जीटी अस्पताल में उपचार किया जा रहा था। डॉक्टरों ने उसकी जान बचाने की पूरी कोशिश की। लेकिन वे सफल नहीं हो सके। उसके बेटे गणेश जाधव ने बताया कि मुंबई के जीटी अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जाधव पुणे जिले के आंबेगांव तालुका के मंचर का रहने वाला था। 20 अगस्त की सुबह करीब 11 बजे वह मुंबई स्थित मंत्रालय परिसर पहुंचा और कीटनाशक दवा पी ली। उसके बाद वहां तैनात पुलिस ने उसे फौरन जी.टी. अस्पताल में भर्ती कराया।
20 ऑगस्टला मंत्रालयासमोर विष प्राशन करून सुभाष जाधव या शेतकऱ्याने आत्महत्या करण्याचा प्रयत्न केला होता. या शेतकऱ्याचा आता उपचारा दरम्यान मृत्यू झाल्याची माहिती समोर आली. त्यावर माजी मंत्री सदाभाऊ खोत यांनी टीका केली. @Sadabhau_khot @CMOMaharashtra @Dev_Fadnavis @ShelarAshish pic.twitter.com/6d3IHAmSdJ
— Hindusthan Post Marathi (@HindusthanPostM) August 23, 2021
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जमीन के सौदे में फंसाने का आरोप
बता दें कि सुभाष जाधव ने जमीन के सौदे में फंसाए जाने का आरोप लगाया था। इस मामले में उसने स्थानीय पुलिस थाने में न्याय की गुहार लगाई थी। लेकिन कोई उचित जवाब नहीं मिलने से वह नाराज था। उसने न्याय पाने के लिए मंत्रालय जाने का फैसला किया था। 20 अगस्त की सुबह जब वो वहां पहुंचा तो उसे मंत्रालय में प्रवेश करने से रोक दिया गया। उसके बाद उसने मंत्रालय के गेट के सामने कीटनाशक पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की।