शिवसेना ने एक बार फिर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे पर हमला बोला है। पार्टी ने कहा है कि राणे केंद्रीय मंत्रिमंडल में थोड़े दिन के मेहमान हैं।
शिवसेना ने कहा है कि अगर राणे खुद को महान समझना बंद कर दें तो उनके जीवन की कई समस्याएं बिना दवा के ठीक हो जाएंगी और भारतीय जनता पार्टी भी संक्रमित होने से बच जाएगी। मोदी के केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में अगर वे महान या असामान्य बन गए हैं, तो यह तय है कि मोदी उनकी हवा निकाल देंगे।
अगर राणे महान हैं तो…
शिवसेना ने कहा है, ‘प्रधानमंत्री मोदी अपने मंत्रिमंडल में सब कुछ हैं। मंत्री आते हैं और चले जाते हैं। अगर मोदी खुद को फकीर मानते हैं और राणे ‘महान’ तो इसका फर्क समझना चाहिए। इसलिए देवेंद्र फडणवीस के मन में कोई शक नहीं होना चाहिए कि राणे केंद्रीय मंत्रिमंडल में कुछ दिनों के मेहमान हैं।’
ऐसा पहले कभी नहीं हुआ
शिवसेना ने कहा कि राणे की गिरफ्तारी और उसके बाद सड़कों पर हंगामा, कार्यकर्ताओं में झड़प तथा कार्यालयों पर हमले पहले यहां कभी नहीं हुए। इसके लिए राणे और उनके साथी जिम्मेदार हैं। शिवसेना-भाजपा के बीच अब तक कई विवादित मुद्दे रहे हैं, लेकिन दोनों पार्टियों के बीच जोर आजमाइश जैसी कोई बात नहीं हुई। राणे की गंदी भाषा उनकी संस्कृति रही है।
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ये कब से हो गए हिंदू समर्थक?
शिवसेना ने आगे कहा है कि समझा जाना चाहिए कि यह तब हुआ, जब राणे और प्रसाद लाड मूल रुप से भाजपाई नहीं हैं। राणे और लाड जैसे छोटे लोग कब से हिंदू समर्थक हो गए? अगर कोई भाड़े के सैनिकों के कंधों पर बंदूक रखकर शिवसेना पर हमला करने की कोशिश कर रहा है, तो उसे जल्द ही सच्चाई समझ में आ जाएगा।
शिवसेना का दिल शेर जैसा
शिवसेना का दिल शेर का है। शिवसेना हर तरह की लड़ाई अपने दम पर लड़ती रही है। उन्हें राणे और लाड जैसे किराए के लोगों की जरूरत नहीं है। राणे और उनके बेटे मुख्यमंत्री से लेकर अन्य सभी वरिष्ठों के लिए एक ही भाषा का इस्तेमाल करते हैं, यही उनकी संस्कृति है। इंसान को अपनी योग्यता दिखाना चाहिए। घर और दरवाजे पर नशे की खेती करना और उसी नशे का सेवन करना और किसी को भी देना कई राजनेताओं का व्यवसाय बन गया है। गांजा की खेती को कानूनन बंद कर देना चाहिए। महाराष्ट्र की जनता ठाकरे सरकार को इसे शुरू करने के लिए धन्यवाद दे रही है। अगर फडणवीस और उनकी पार्टी ने गांजा की खेती करने का फैसला किया है तो उनका नशा जल्द ही उतर जाएगा।
ऐसा इसलिए हुआ
शिवसेना ने कहा है कि उनके लोग कह रहे हैं कि राणे को खाने की थाली से उठाकर गिरफ्तार कर लिया गया। अगर उन्होंने पुलिस का सहयोग किया होता तो ऐसा कभी नहीं होता। राणे को भोजन से उठाना बुरा है, लेकिन सिंधुदुर्ग में श्रीधर नाइक, रमेश गोवेकर, सत्यविजय भिसे, अंकुश राणे को इस संसार से किसने उठाया, इसकी ठाकरे सरकार द्वारा फिर से जांच की जानी चाहिए। कानून को तोड़ने की कोशिश करना मारिजुआना का सेवन करने जितना आसान नहीं है। चूंकि राणे ‘सामान्य’ आदमी नहीं हैं, इसलिए उन्होंने महाराष्ट्र को कम करके आंका। शिवसेना ने संदेश दिया है कि अब उन्हें समझदार हो जाना चाहिए।