धोखाधड़ी कई प्रकार की होती है। लेकिन यह चच है कि ऐसे मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। इन दिनों ऑनलाइन ट्रांजैक्शन तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। हैकर्स इस बात का फायदा उठा रहे हैं। ऐसी कई बातें आपने सुनी या देखी होंगी। आपने ऑनलाइन धोखाधड़ी के बारे में सुना है या नहीं, जैसे कि फर्जी फोन कॉल, फर्जी लिंक पर क्लिक या फर्जी लेनदेन।
फर्जी शॉपिंग साइट
इस तरह की धोखाधड़ी के खुलासे इन दिनों बड़े पैमाने पर हो रहे हैं। सूरत के एक उच्च शिक्षित लड़के ने फर्जी वेबसाइट के जरिए 22,000 महिलाओं को ठगा। शॉपी.कॉम नाम से महिलाओं के कपड़ों, चप्पलों, घरेलू सामानों, नकली आभूषणों आदि की तस्वीरें दिखाकर शॉपी. कॉम के लिंक को सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित किया गया और 80 प्रतिशत तक की छूट देने का वादा कर उन्हें धोखा दिया गया।
नहीं मिला सामान
हजारों लोगों ने इस लिंक पर क्लिक कर और आकर्षक वस्तुओं की कम कीमत देखकर इन उनका ऑर्डर दिया। इन वस्तुओं की खरीदी के लिए उस पर नकद भुगतान कर डिलीवरी का विकल्प नहीं था। इसलिए यदि उपभोक्ता सामान खरीदना चाहते थे तो वे केवल ऑनलाइन लेनदेन करके ही ऐसा कर सकते थे। लोग आकर्षक सामान के लोभ में पड़कर ऑनलाइन भुगतान करके सामान का ऑर्डर दिया और यहीं वे धोखा खा गए। उनसे ऑनलाइन पेमेंट लेने के बाद उन्हें सामान की डिलिवरी नहीं दी गई। इसके बाद उन्हें पता चला कि वे ऑनलाइन शॉपिंग ठगी के शिकार हो गए हैं।
ऐसे हुआ खुलासा
मुंबई की एक हाउसवाइफ ने साइट से 3,000 रुपये के एक सामान का ऑर्डर किया था। लेकिन कई दिनों तक वह सामान उसके पास नहीं पहुंचा। उसके बाद महिला ने पुलिस में शिकायत की। जांच में पता चला कि ऐसी 22,000 और महिलाओं को ठगा गया है। मामले की जांच करते हुए साइबर पुलिस के दस्ते को ऐसी 11 और फर्जी वेबसाइटें मिली हैं।
ये हैं कुछ फेक साइट्स
व्हाइट स्टोन्स. इन
जॉलीफैशन.कॉम
टेक्सारी.कॉम
अशुअर्डकार्ट. इन
रिपब्लिक सेल्स ऑफर . कॉम
थर्मोक्लासिक और कश्मिरा .इन
इन फर्जी वेबसाइटों पर भी धोखाधड़ी की ऐसी ही शिकायतें थीं।
कैश ऑन डिलीवरी विकल्प चुनें
अगर आप भी ऑनलाइन शॉपिंग करना पसंद करते हैं तो पहले सुनिश्चित करें कि ऐसी वेबसाइटें सही या नहीं। उसके बाद भी कैश ऑन डिलीवरी (माल दें, पैसे लें) का विकल्प चुनें, जिसमें धोखाधड़ी होने की गुंजाइश कम होती है।