महाराष्ट्र में कोरोना का प्रकोप एक बार फिर बढ़ने से चिंता बढ़ गई है। इस कारण महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार एक बार फिर राज्य में प्रतिबंध बढ़ाने पर विचार कर रही है। केरल से सबक लेते हुए सरकार त्योहारों के समय नाइट कर्रफ्यू लगाने पर भी विचार कर रही है, वहीं भारतीय जनता पार्टी अब प्रतिबंधों में ढील देने की मांग कर रही है। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इसी कड़ी में नासिक के रामकुंड के सामने प्रदर्शन किया और मंदिरों को खोलने की मांग करते हुए नारेबाजी की।
जनतेसाठी मंदिर बंद आणि शिवसेना आमदार भास्कर जाधवांच्या मुलासाठी नियम नाही का??
फक्त जनते मुळेच कोरोना होतो का ?
यांनी कुठले पुण्य केले आहेत ??? pic.twitter.com/Jue3Skd6w0— nitesh rane (@NiteshNRane) August 30, 2021
नासिक में शंख नाद
नासिक में मंदिरों को खोलने के लिए आंदोलन करते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं ने ‘मदिरा चालू मंदिर बंद’ जैसे नारे लगाकर प्रदेश की उद्धव सरकार की आलोचना की। आंदोलनकारियों ने जल्द से जल्द प्रदेश के मंदिरों को खोलने की मांग करते हुए कहा कि इससे मंदिर के पुजारी से लेकर फूल माला बेचने वाले लोगों तक को रोजगार मिलेगा और उन्हें आर्थिक परेशानियों से निजात मिलेगी।
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के चलते लगाए गए प्रतिबंधों में फिलहाल मंदिरों के कपाट बंद रखे गए हैं। इस बाबत राज्य की गठबंधन वाली शिवसेना नीत सरकार का विरोध जारी है। इसी कड़ी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने नाशिक के रामकुंड पर के सामने प्रदर्शन किया #maharashtragovernemt pic.twitter.com/LA0xuBUVmE
— Hindusthan Post (@HindusthanPostH) August 30, 2021
भाजपा ने पहले ही की थी घोषणा
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस और भाजपा के कई अन्य बड़े नेताओं ने मंदिरों को खोलने की मांग की है और यह मांग नहीं मानने पर आंदोलन करने की धमकी दी है। अब इस मुद्दे पर सरकार और विपक्ष के बीच तकरार बढ़ने के आसार दिख रहे हैं। सरकार जहां कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को लेकर चिंतित है तो वहीं विपक्ष की मंदिरों को खोलने की अनुमति देने की मांग ने उसकी परेशानी और बढ़ा दी है।