महाराष्ट्र की स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कहा है कि राज्य में स्कूल शुरू करने का निर्णय लिया गया है। हालांकि, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने इसकी पुष्टि नहीं की। उन्होंने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग को स्कूल शुरू करने के लिए प्रस्ताव पेश करने का अधिकार है। हालांकि मुख्यमंत्री ठाकरे इस पर टास्क फोर्स से चर्चा करने के बाद ही कोई फैसला लेंगे। स्कूल शुरू करने के संबंध में दो तरह के विचार आ रहे हैं। एक तो यह कि दीपावली के तुरंत बाद स्कूल शुरू हो जाएं, जबकि दूसरा यह कि जहां जीरो मरीज हों, वहां स्कूल शुरू किए जाएं। हालांकि, अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री द्वारा लिया जाएगा। उपमुख्यमंत्री फिलहाल पुणे के दौरे पर हैं।
बारामती की जमीन से कोई लेना-देना नहीं
जूनियर पवार ने कहा कि राज्य में सबके सहयोग से बहुत विकास हुआ है, हालांकि कुछ लोगों ने गलत भी किया है, लेकिन हर कोई गलत नहीं करता। मीडिया से यह भी अपेक्षा की जाती है कि वह रिपोर्टिंग करते समय सूचना की जांच करे। बारामती में जमीन खरीद की खबर सभी मीडिया ने फैला दी, जिसका मुझसे कोई लेना-देना नहीं था। ईडी के राज्य के सहकारी बैंकों पर छापेमारी की भी खबर गलत है। झूठी खबर क्यों देते हो? इसी तरह अनिल देशमुख को क्लीन चिट दिए जाने की खबर आई थी।
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मीडिया पर बरसे ‘दादा’
पवार ने कहा कि यह भी बताया गया कि राज्यपाल द्वारा नियुक्त किए जाने वाले भावी 12 विधान परिषद सदस्यों की सूची से राजू शेट्टी का नाम हटा दिया गया है। मीडिया को समाचार देने का अधिकार है, लेकिन प्राप्त जानकारी की पुष्टि होनी चाहिए, अन्यथा लोगों के मन में आपकी विश्वसनीयता समाप्त हो जाएगी। हमारे पास इस तरह की झूठी खबर फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का समय नहीं है। अजित पवार ने कहा, हम सुबह 6-7 बजे से काम शुरू करते हैं, हमारे पास बहुत काम होता है। राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव होने वाले हैं। इसलिए मंदिर एक भावनात्मक मुद्दा बन गया है। अब राजनीतिक दल मंदिरों को खोलने के लिए आंदोलन कर रहे हैं, इसके पीछे की सच्चाई सबको पता है।
ग्रामीण क्षेत्रों में जागरुकता की कमी
उपमख्यमंत्री ने कहा कि केरल इस समय कोरोना संक्रमण के मामले में पहले नंबर पर है,जबकि महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर है, इसलिए केंद्र ने सावधानी बरतने की सलाह दी है। लेकिन दुर्भाग्य से ग्रामीण जनता इसे गंभीरता से नहीं ले रही है। कुछ लोग नियमों का पालन न करते हुए लापरवाही बरत रहे हैं। इसके चलते ग्रामीण क्षेत्रों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, जबकि कुछ राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर आए, उससे पहले लोगों को सावधान हो जाना चाहिए।