मुंबई। राज्य में कोरोना संक्रमण के आंकड़े दिनों दिन बढ़ रहे हैं। हालांकि मुंबई में कोरोना कुछ समय के लिए नियंत्रण में भले लग रहा हो लेकिन शुक्रवार शाम को आए संक्रमितों के आंकड़ों ने चिंता बढ़ी दी है। इस पर नियंत्रण करने के लिए राज्य सरकार अब एक नई मुहिम ‘मेरा घर, मेरी जिम्मेदारी’ शुरू करने जा रही है।
राज्य में 15 सितंबर 2020 से कोरोना के खिलाफ घर-घर जागरूकता और जांच मुहिम शुरू की जाएगी। इसके अंतर्गत गैर सरकारी संगठनों और निर्वाचित जनसेवकों की मदद ली जाएगी। पहले चरण में करीब 2.25 करोड़ लोगों को कोरोना के लक्षण, बचाव के उपाय के बारे में बताया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियुक्त स्वयंसेवक लोगों के शरीर का तापमान, ऑक्सीजन स्तर की जांच के अलावा थकान, गले में दर्द, कफ, पेट खराब होना और गंध न पता लगना जैसे लक्षणों का पता लगाकर रिकॉर्ड बनाएंगे। स्वयंसेवक इसके अलावा लोगों की पूर्व की रुण्गता का पता लगाएंगे और उन्हें इसके बारे में सही उपचार बताएंगे। मुहिम का पहला चरण 15 सितंबर से 10 अक्तूबर तक होगा जबकि दूसरा चरण 12 अक्तूबर से 24 अक्तूबर तक चलेगा।
रिकवरी रेट घटा
महाराष्ट्र में कोरोना का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। देश में सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में पहले नंबर पर महाराष्ट्र है। राज्य में अब तक 8,63,062 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इस महामारी ने अब तक 25,964 लोगों की जान ले ली है। रिकवरी रेट में बढ़ोतरी ने जहां उम्मीद जगा दी थी वहीं पिछले कुछ दिनों में इसमें हल्की गिरावट आई है। जिससे चिंता उत्पन्न होने लगी है। राज्य का रिकवरी रेट 72.58 था प्रतिशत जो 72.51 प्रतिशत पर आ गया है। इसके अलावा मृत्यु दर 3.01 प्रतिशत है।
हुजूर आते-आते बहुत देर कर दी
कोरोना के बढ़ते संकट को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा लिया निर्णय योग्य कदम है लेकिन आम जनमानस के अनुसार देर से लिया गया फैसला है। लोगों का मानना है कि यही निर्णय यदि पहले ले लेते तो आज कोरोना पीड़ितों की संख्या इतनी ना बढ़ती।