महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी अपने हंसमुख और मिलनसार स्वभाव के लिए मशहूर हैं। वे अपने समर्थकों ही नहीं, विरोधियों और समाजसेवियों तथा मीडियाकर्मियों से भी खुलकर मिलते हैं और राजनीति के साथ ही अपने जीवन से संबंधित बातें करते हैं। ऐसा ही उनका एक रूप हाल में सांगली में देखने को मिला। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि अगर मैं महाराष्ट्र से चला गया तो राज्य का बड़ा नुकसान होगा।
राज्यपाल कोश्यारी ने महाराष्ट्र में अपने आगमन के बाद आए बदलाव का जिक्र करते हुए कहा,’ महाराष्ट्र कई वर्षों से लगातार सूखा झेल रहा था। लेकिन जब से मैं यहां आया हूं, खूब बारिश हो रही है और बाढ़ आई हुई है।’ राज्यपाल दीपाली भोंसले-सैयद ट्रस्ट द्वारा बाढ़ पीड़ितों को सहायता प्रदान करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे। उनकी बातों पर वहां मौजूद मंत्रीगण और अन्य लोगों ने खूब ठहाके लगाए।
मैं आपकी इच्छानुसार वापस नहीं जाऊंगा
सांगली में आयोजित इस कार्यक्रम में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और मंत्री जयंत पाटील भी मौजूद थे। राज्यपाल ने पाटील की अच्छी फिरकी ली। उन्होंने कहा कि मैं भारी बारिश और बाढ़ वाले क्षेत्र (उत्तराखंड) से आया हूं। महाराष्ट्र में सूखा हुआ करता था, लेकिन जब से मैं यहां आया हूं, बारिश शुरू हो गई है, बाढ़ आ रही है, अगर मैं गया तो राज्य का बहुत नुकसान होगा। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि अगर जयंत पाटील जानना चाहते हैं, तो बता दूं कि अभी मैं नहीं जाने वाला हूं।
सांगली में बाढ़ प्रभावित परिवारों की एक हजार बेटियों को ५० हजार रुपये के जमा प्रमाण पत्र वितरित किए। दीपाली सैयद चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजन किया गया। pic.twitter.com/VqoLhdx2UW
— Bhagat Singh Koshyari (@BSKoshyari) September 9, 2021
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‘हर कोई मेरे जैसा गरीब नहीं है’
राज्यपाल ने कहा, ‘मुझे दो पाटीलों (जल संसाधन मंत्री जयंत पाटील और केंद्रीय पंचायत राज मंत्री कपिल पाटील) के बीच बैठने का मौका मिला। यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है। सरकार को दीपाली भोंसले-सैयद को उनके काम के लिए सम्मानित करना चाहिए, ताकि अधिक से अधिक लोग मदद के लिए आगे आएं। बहुतों के पास पैसा है, हर कोई मेरे जैसा गरीब नहीं है!’