तिहाड़ जेल में खूनी झड़प में तीन कैदी घायल हो गए हैं। उन्हें अलग-अलग अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। इसकी जानकारी अस्पताल प्रशासन ने पुलिस विभाग को दी। उसके बाद हरिनगर थाने की पुलिस अस्पताल में पहुंची और घटना की पूरी जानकार ली। फिलहाल घायल कैदी सुमित दत्त के बयान के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
पुलिस अधिकारी के अनुसार 11 सितंबर की रात लगभग 10 बजे दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल द्वारा तिहाड़ जेल में कैदियों में झड़प होने की जानकारी दी गई। पुलिस को बताया गया कि इस झड़प में सुमित दत्त के साथ मारपीट की गई है। उसे घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उस पर चाकू से हमला करने की सूचना दी गई। बाद में पहुंची पुलिस को सुमित ने बताया कि कालू और बिलौठा नाम के कैदियों ने उसके साथ मारपीट की। इस दौरान उस पर धारदार हथियार से हमला किया गया।
हत्या के प्रयास का मामला दर्ज
सुमित दत्त की स्थिति को देखते हुए फिलहाल उसे डीडीयू से सफदरजंग अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि मारपीट में बृजेश नामक कैदी भी घायल हो गया है। उस पर चाकू से कई वार किए गए हैं। उसे भी सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस इस प्रकरण में जांच पड़ताल के आधार पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। दूसरी ओर जेल प्रशासन का कहना है कि दो घायलों को उपचार के बाद वापस जेल में लाया गया है।
पहले भी रही हैं घटनाएं
फिलहाल जेल में इस तरह की घटनाएं कोई नई बात नहीं है। जेल में गैंगवार और हत्या जैसी घटनाएं पहले भी घटती रही हैं। सीसीटीवी और तमाम तरह के आधुनिक संसाधनों से लैस होने के बावजूद इस तरह की घटना चिंता की बात है। वर्ष 2019 में ऐसी झड़पों में 92 कैदी जख्मी हो गए थे।