महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील ने आतंकी षड्यंत्र और दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के विषय में जानकारी दी है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि इस विषय में मुंबई पुलिस ने सभी जानकारियां समयानुसार दी हैं। इस संदर्भ में एक बैठक भी संपन्न हुई, जिसमें एडीशनल चीफ सेक्रेटरी, मुंबई पुलिस आयुक्त के अलावा वरिष्ठ अधिकारी उपलब्ध थे। गृहमंत्री के बयान से पुलिस को क्लीन चिट मिल गई है।
गृहमंत्री ने स्पष्ट किया है कि यदि दिल्ली पुलिस की टीम मुंबई में संशयित के परिवार से पूछताछ कर रही होगी तो उसमें कोई हर्ज नहीं है। राज्य सरकार इसे गंभीरता से ले रही है। राज्य पुलिस को आदेश है कि गणेशोत्सव के दौरान पूर्ण सुरक्षा का ध्यान रखें। राजनीतिक हस्तक्षेप पर उन्होंने कहा कि, मुझे नहीं लगता है कि पुलिस दल में राजनीतिक हस्तक्षेप बढ़ा है, पुलिस अपनी प्रणाली से कार्य कर रही है। मुंबई पुलिस ने भी दिल्ली में जाकर दो लोगों को अन्य प्रकरणों में गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि जान मोहम्मद उर्फ कालिया पर 2001 में एक अपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया था, परंतु इसके बाद उसके खिलाफ कोई प्रकरण दर्ज नहीं है।
ये भी पढ़ें – आतंकी षड्यंत्र पर भाजपा के शेलार के छह सवाल… उत्तर देगी सरकार?
शेलार के प्रश्नों पर ऐसे थे गृहमंत्री के उत्तर
गृहमंत्री से भाजपा विधायक आशीष शेलार के सवालों के विषय में जब पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट किया कि कौन क्या कहता है इस पर वे ध्यान नहीं देते। हालांकि, पुलिस विभाग में राजनीतिक हस्तक्षेप के आरोप पर उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस स्वतंत्र है, उस पर किसी प्रकार का राजनीतिक दबाव नहीं है।