उरी ऑपरेशन: जान की खैर मांगने लगा बाबर… पाकिस्तान का प्लान डिकोड

पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं। शांत कश्मीर को अशांत करने के लिए आतंकी और हथियार भेजने की उसकी कोशिशें लगातार चल रही हैं।

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उरी में 9 दिन तक चला ऑपरेशन समाप्त हो गया है। इसमें एक आतंकी को सेना ने मार गिराया है, जबकि एक को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आतंकी पाकिस्तान का अली बाबर है। उसके पास से बड़ी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद हुए हैं। इसके साथ ही भारतीय सेना पाकिस्तान के आतंकी प्लान को डिकोड कर दिया है।

19 इन्फेंट्री डिवीजन के जीओसी विरेंद्र वत्स ने बताया कि, पाकिस्तान की ओर से 6 आतंकियों को भारत में घुसपैठ के लिए भेजा गया था। जब सेना को सीमा पर कुछ हलचल दिखी तो उन्होंने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इसमें दो आतंकी भारतीय सीमा में दिखे, जबकि 4 आतंकी पाकिस्तान की ओर थे। सेना ने जब कार्रवाई शुरू की तो पाकिस्तान की ओर के आतंकी भाग खड़े हुए, जबकि भारतीय सीमा में प्रवेश करनेवाले आतंकी छुप गए।

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सलामाबाद नाला है घुसपैठ का अड्डा
दोनों आतंकियों को पकड़ने के लिए सेना ने अतिरिक्त टुकड़ी भेजी थी। जिसके बाद वे सलामाबाद नाला की झाड़ियों में छिपे मिले। इस दौरान आतंकियों ने सेना पर फायरिंग कर दी, जिसमें एक आतंकी मारा गया। उसके मरने के बाद दूसरे आतंकी ने सेना के सामने चिल्ला-चिल्लाकर न मारने की गुहार लगा दी। इसके बाद सेना ने मानवीय दृष्टिकोण के अंतर्गत उसे पकड़ लिया।

सलामाबाद नाला, घुसपैठ का केंद्र रहा है। यह वही क्षेत्र है जहां से 2016 में उरी हमले के लिए घुसपैठ हुई थी। जब जैश ए मोहम्मद के 4 आतंकियों ने भारतीय सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर हमला किया था। जिसमें 19 सैनिक हुतात्मा हो गए थे और कई घायल थे। इसका बदला भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक के रूप में लिया।

लश्कर का आतंकी है बाबर
पकड़े जाने के बाद आतंकी अली बाबर पात्रा ने बताया कि वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के ओकोरा का रहनेवाला है। वह लश्कर ए तोयबा का सक्रिय सदस्य है। उसने 2019 में खैबर कैंप गड़ी, हबीबुल्लाह, मुजफ्फराबाद में तीन सप्ताह का प्रशीक्षण भी लिया हुआ है। इसके बाद उसे घर भेज दिया गया। 2021 में उसे बुलाया गया और बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई।

प्लान डिकोड
अली बाबर ने बताया कि उसे हथियार सप्लाई के लिए भेजा गया था। उसे पट्टन में सप्लाई (हथियार-विस्फोटक) छोड़ना था। उसके दल में 6 लोग शामिल थे, लेकिन भारतीय सेना की निगाह में पड़ने के बाद वे अलग-थलग पड़ गए। उनका दल बंट गया और वे दो लोग भारत में आ गए।

सात दिनों में सात ढेर
जीओसी मेजर जनरल विरेंद्र वत्स ने बताया कि पिछले सात दिनों में सात आतंकी मारे गए हैं, जिसमें से पांच सीमा पर मार गिराए गए हैं। इनके पास से सेना ने 7 एके 47 राइफल, 9 पिस्टल रिवॉल्वर, 80 ग्रेनेड इसके अलावा भारतीय और पाकिस्तानी करेंसी भी शामिल है।

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