छत्तीसगढ़ में विजय पताका लहरानेवाली कांग्रेस अब उसी लय को उत्तर प्रदेश चुनावों में अपना सकती है। इसके लिए ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने बड़ा निर्णय लिया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उत्तर प्रदेश की बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें उत्तर प्रदेश चुनावों के लिए कांग्रेस का वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के सामने बड़ी चुनौती है, यहां पार्टी के अधिकतर नेता पलायन कर चुके हैं। सभी जिलों में कांग्रेस को कार्यकर्ता भी मिलना दूभर है, ऐसी परिस्थिति में कांग्रेस उत्तर प्रदेश में छत्तीसगढ़ की व्यूह रचना के हिसाब चुनाव लड़ सकती है। इसका सबसे प्रमाण सामने आया है, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बूपेश बघेल को उत्तर प्रदेश चुनावों का वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
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बघेल के राज्य में हंमागा
छत्तीसगढ़ में राजनीतिक ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुट के पच्चीस विधायक दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। वे कांग्रेस हाइकमान पर दबाव बनाए रखने के लिए दिल्ली में डटे हुए हैं। जबकि, भूपेश बघेल और उन्हीं की सरकार में मंत्री टीएस सिंह देव के बीच मची तकरार कब किसे निशाना बना दे इसका भरोसा नहीं है।