वर्ष 2021 के मेडिसिन नोबेल पुरस्कार की घोषणा कर दी गई है। इस वर्ष अमेरिका के डेविड जूलियस और लेबनान के अर्देम पटापाइटियन को संयुक्त रुप से यह पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। इन दोनों वैज्ञानिकों ने फिजियोलॉजी यानी मेडिसिन में यह पुरस्कार जीता है। इन दोंनों को मानव रोगों के उपचार में काफी महत्वपूर्ण खोज के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। इन्होंने तापमान और स्पर्श के लिए रिसेप्टर्स की खोज की है।
डेविड जूलियस और अर्देम ने तापमान और स्पर्श के लिए रिसेप्टर्स की खोज पर फिजियोलॉजी यानी मेडिसिन में नोबेल पुरस्कार 2021 जीता है। इन वैज्ञानिकों ने यह समझाने में सफलता प्राप्त की है कि कैसे गर्मी, ठंड और स्पर्श हमारे तंत्रिका तंत्र में संकेतों को देना शुरू करते हैं। पहचाने गए आयन चैनल कई शारीरिक प्रक्रियाओं और रोगों को समझने और उसके निदान के लिए महत्वपूर्ण हैं।
4 अक्टूबर को स्टॉकहोम में करोलिंस्का संस्थान में एक पैनल ने इन पुरस्कारों का एलान किया। इस प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार में एक गोल्ड मेडल के साथ ही एक करोड़ स्वीडिश क्रोनर प्रदान किए जाते हैं। भारतीय करेंसी में इसका मूल्य 8.50 करोड़ रुपए है। यह राशि स्वीडिश आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल द्वारा छोड़ी गई वसीयत से आती है।
डेविड जूलियस
- डेविड जूलियस अमेरिकी वैज्ञानिक हैं।
- इनका जन्म 1955 में न्यूयॉर्क में हुआ था।
- वर्ष 1984 में उन्होंने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, बर्काले से पीएचडी की डिग्री प्राप्त की।
वर्तमान में वे यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, सैन फ्रांससिस्को में प्रोफेसर के पद पर कार्यर हैं।
अर्देम पटाउपाउटियन
- अर्देम पटाउपाउटियन का जन्म 1967 मे लेबनना के बेरुत में हुआ था।
- युद्ध के कारण वहां के बिगड़ते हालात के कारण वे बेरुत से अमेरिका चले आए।
- वर्ष 1996 में उन्होंने कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पेसाडेना से पीएचडी की।
- वर्ष 2000 से वे स्क्रिप्स रिसर्च, ला जोला, कैलिफोर्निया में सेवा दे रहे हैं।