बोली बीजेपी…कुछ तो गड़बड़ है!

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भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद डॉ. किरीट सोमैय्या ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे और मृतक अन्वय नाईक के परिजनों के बीच भूखंड के लेन-देन के साथ ही आर्थिक संबंध होने का संदेह व्यक्त किया है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से इसकी जांच कर सच को जनता के सामने लाने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने सीएम उद्धव ठाकरे से भी इस बारे में सच्चाई से राज्य की जनता को अवगत कराने की मांग की है।

डॉ.सोमैय्या ने मुंबई के बीजेपी प्रदेश कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया को यह जानकारी दी। उन्होंने इस दौरान सबूत के तौर पर कई कागजात भी पेश किए।

प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुख्य बातें

  • रायगढ़ जिले के मुरुड तालुका स्थित कोर्लई में 9 भूखंड खरीदी के कागजात में मृतक अन्वय नाईक के परिजन अन्वय मधुकर नाईक, अक्षता अन्वय नाईक, आज्ञा अन्वय नाईक के साथ ही रश्मि उद्धव ठाकरे, मनीषा रवींद्र वायकर के संयुक्त रुप से नाम होने पर डॉ. सोमैया ने उठाए सवाल
  • रायगढ़ जिला अधिकारी निधि चौधरी को पत्र लिखकर इसकी जांच कराने की मांग की, पत्र के साथ संलग्न की 9 भूखंडों के 7/12 की प्रति
  • पत्र की एक प्रति रायगढ़ जिला पुलिस अधीक्षक को भी भेजने की दी जानकारी
  • सीएम उद्धव ठाकरे के परिवार और अन्वय नाईक के बीच आर्थिक या किसी अन्य प्रकार के संबंध हैं क्या, इसकी जांच कर  सच्चाई को सामने लाने की डॉ. सोमैया ने की मांग
  • डॉ. सोमैयै ने कहा- सीएम उद्धव ठाकरे को खुद भी इस बारे में सच्चाई से लोगों को अवगत कराने कराना चाहिए

कौन है अन्वय नाईक ?

ये वही अन्वय नाईक है, जिसने वर्ष 2018 में रायगढ़ जिले के अलीबाग के अपने फार्म हाउस में आत्महत्या कर ली थी। उसके साथ ही उसकी मां कुमुद नाईक ने भी आत्महत्या कर ली थी। 53 वर्षीय अन्वय नाईक का शव जहां सिलिंग फैन से लटका हुआ पाया गया था, वहीं उसकी मां का शव फर्स पर पड़ा मिला था। पेशे से इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाईक के शव के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था, जिसमें उसने सुसाइड के लिए रिपब्लिक भारत के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को जिम्मेदार ठहराया था। सुसाइड नोट के मुताबिक अर्नब द्वारा इंटीरियर डिजाइन के काम का बकाया  नहीं दिए जाने के कारण उसने ये कदम उठाया था।

क्लोज केस को ओपन करने पर सवाल

फिलहाल दो साल बाद इसी मामले में अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल उन्हें 11 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने बेल पर रिहा किया है। इस केस को 2019 में क्लोज कर दिया गया था लेकिन इसे अचानक फिर से ओपेन कर अर्नब की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए जा रहे हैं। राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने इस बारे में सफाई देते हुए कहा है कि मृतक अन्वय नाईक की बेटी अनन्या नाईक की मांग पर इस केस की जांच फिर से शुरू की गई है।

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