उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश में राजनैतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं। इसके साथ ही राजनैतिक और हिंसक गतिविधियां भी बढ़ गई है। इसी बीच अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा सीतापुर के गेस्ट हाउस में झाड़ू लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सवाल उठाया जा रहा है कि आखिर पहले ही साफ किए गए गेस्ट हाउस के उनके कमरे में आखिर धूल कहां से आई? संदेह यह भी व्यक्त किया जा रहा है कि कहीं किसी ने साजिश के तहत तो वहां गंदगी और धूल नहीं फैलाई?
प्रियंका गांधी नजरबंदी के दौरान इस गेस्ट हाउस के अपने कमरे में झाड़ू से धूल साफ करते देखी गई थीं। इसका एक वीडियो वायरल हुआ था। उनके पीएसओ द्वारा बनाया गया यह वीडयो अब बवाल खड़ा कर रहा है। उस पर हंगामा मचा हुआ है।
संबंधित कर्मचारियो की जांच शुरू
इस वीडियो के वायरल होने के बाद संबंधित कर्मचारियों की जांच शुरू कर दी गई है। जांच में यह पता लगाया जा रहा है कि आखिर गेस्ट हाउस में किसने और किन परिस्थितियों में झाड़ू पहुंचाई, जबकि वहां पहले से ही एसी लगा हुआ था और कमरे की साफ-सफाई के साथ ही उसमें पोछा भी लगया गया था। सवाल यह भी उठाया जा रहा है कि वीवीआईपी प्रोटोकॉल का पालन करने के बावजूद प्रियंका गांधी के कमरे में धूल कहां से आई।
ये भी पढ़ेंः गांधीनगर में कांग्रेस साफ, आप का खुला खाता… ऐसा रहा गांधीनगर मनपा का परिणाम
वीडियो वायरल होने के बाद बवाल
बता दें कि लखीमपुर खीरी में किसान आंदोलन के दौरान हिंसा के बाद प्रियंका गांधी को वहां जाने से रोक दिया गया था और उन्हें सीतापुर के द्वितीय वाहिनी परिसर में बने गेस्ट हाउस में नजरबंद रखा गया था। वहां उनके झाड़ू लगाने के वीडियो वायरल होने के बाद सुक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।
अब तक की जांच में सामने आई यह बात
द्वितीय वाहिनी पीसीए के सेनानायक, उप सेनानायक सहित कई अधिकारी गेस्ट हाउस में तैनात कर्मचारियों से पूछताछ करने के बाद उसकी रिपोर्ट तैयार करेंगे। इस बीच सेना नायक यादवेंद्र सिंह ने बताया कि प्रियंका गांधी के स्टाफ ने झाड़ू मांगी थी। उसने कहा था कि मैडम को कमरे की सफाई करनी है। इसके बाद वहां के स्टाफ ने उसे झाड़ू दे दी थी। हालांकि अभी इस मामले की पूरी जांच बाकी है।