लखनऊ से मुंबई आ रही पुष्पक एक्सप्रेस को 9 अक्टूबर, 2021 की शाम 8 से 10 लुटेरों ने लूट लिया। यह घटना इगतपुरी से कसारा के बीच घटी, लुटेरों के पास हथियार थे, उन्होंने यात्रियों से नकदी और मोबाइल छीन लिये। इसके अलावा एक महिला से उसके पति के सामने ही बलात्कार किया। इस बीच कुछ यात्रियों ने हिम्मत दिखाते हुए लुटेरों में से दो को पकड़ लिया, जिनके नाम प्रकाश पारधी और अर्शद शेख हैं।
पुलिस को आशंका है कि नशे की लत के लिए पैसे की आवश्यकता इसके पीछे कारण हो सकती है। पकड़े गए दोनों आरोपियों से पूछताछ के आधार पर उनके दो अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया गया है। इन चारों की आयु 19 से 21 वर्ष के बीच है, इसमें से तीन इगतपुरी और घोटी क्षेत्र और एक मालाड का रहनेवाला है। लुटेरों के पास हथियार होने के बावजूद यात्रियों ने दो लोगों को पकड़ा लिया, इसलिए आरोपियों की जानकारी मिल पाई।
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क्यों होते हैं अपराध?
इगतपुरी, घोटी, कसारा का हिस्सा पहाड़ी और घाटियों का क्षेत्र है, इसलिए यह क्षेत्र निर्जन है। इस निर्जनता का लाभ लेकर यात्रियों को लूटने की घटनाएं बारंबार होती हैं। यह भाग मुंबई रेल्वे पुलिस आयुक्तालय से बाहर स्थित है। ठाणे ग्रामीण और नासिक ग्रामीण पुलिस भी इस क्षेत्र में कम पड़ती है, इसलिए नासिक, ठाणे और आसपास के अपराधियों का निशाना यहां के यात्री बनते रहते हैं।
होती रही हैं कार्रवाइयां
इस घटना के दो दिन पहले ही न्हावाशेवा बंदरगाह से राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) के अधिकारियों ने ईरान से आए मूंगफली के तेल में से 25 किलो हेरोइन जप्त किया है। यह तेल में छुपाकर रखी गई थी। इसकी कीमत लगभग 125 करोड़ रुपए के आसपास रही होगी। इस हेरोइन की तस्करी अफगानिस्तान के कंधार से होने की जानकारी मिली है। इसके पहले जुलाई महीने में डीआरआई ने मुंबई बंदरगाह से 293 किलो हेरोइन जप्त की थी।
कोरोना काल में बढ़ा मादक पदार्थों का सेवन
कोरोना काल में मादक पदार्थों के उपयोग में बड़े स्तर पर बढ़ोतरी देखने को मिली है। इस पर नियंत्रण के लिए लगभग 600 लोगों पर कार्रवाई की गई है। 2019 में मुंबई पुलिस की मादक पदार्थ नियंत्रण कक्ष ने 716 किलोग्राम मादक पदार्थ जप्त किया था, 2020 में 1 हजार 23 किलोग्राम और 2021 में अब तक 3 हजार 835 किलोग्राम का माल जप्त किया है। शहरी क्षेत्रों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों के युवा वर्ग में भी नशे का व्यसन बढ़ रहा है। इस पर लगाम लगाने के लिए मादक पदार्थ नियंत्रण कक्ष का गठन करने का आदेश गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील ने दिया है।
नशे के लिए होता है अपराध
अभी-अभी मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज पर एनसीबी ने छापा मारकर कोकेन व अन्य ड्रग्स के साथ आर्यन खान, मुनमुन धमेचा समेत 8 लोगों को पकड़ा है। इसके बाद बॉलीवुड कलाकारों को ड्रग्स उपलब्ध करानेवाले अनेक लोगों की गिरफ्तारी हुई है। मुंबई, ठाणे और दिवा, टिटवाला में नाइजीरियन व अन्य देशों के लोगों ने डेरा डाल रखा है। इसमें से कई लोग ड्रग्स के व्यापार में संलिप्तता के कारण पकड़े गए हैं। ठाणे के कल्याण, भिवंडी के कई क्षेत्रों में ईरानी बस्तियों की लोग ड्रग्स का सेवन करते हैं। ठाणे में घटनेवाली चेन स्नेचिंग की घटनाओं के पीछे भी नशेड़ी ईरानी पकड़े गए हैं।
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पुलिस महानिरिक्षक की आवश्यकता
मुंबई के बाहर मीरा भायंदर, वसई में भी ड्रग माफिया कार्रवाइयां बढ़ने के कारण त्रस्त हैं। जागरूक स्थानीय नागरिकों की मांग पर प्रशासन ने पिछले वर्ष वहां तीन नए पुलिस थाने बनाए हैं, जिसके कारण अवैध गतिविधियों पर लगाम लगी है। इसी प्रकार दिवा और टिटवाला, कसारा के लोगों और रेलवे यात्रियों ने पुलिस गश्त की मांग की है। इस पर विचार करते हुए रेलवे मार्ग और उससे लगे क्षेत्रों में नियंत्रण रखने के लिए पुलिस महानिरिक्षक पद के अधिकारी की आवश्यकता है।
बैठक में निर्णय की आशा
अभी तक ठाणे परिक्षेत्र के पुलिस महानिरिक्षक सिंधुदुर्ग से पालघर तक के क्षेत्र के समन्वयक के रूप में कार्य करते हैं। ऐसे में उनसे इगतपुरी, घोटी, कसारा, दिवा जैसे क्षेत्रों में बढ़ते अपराधों पर लगाम लगाना कठिन है। इस परिस्थिति में नवी मुंबई के राज्य आरक्षी पुलिस (एसआरपी) के जवानों को प्रस्तावित पुलिस महानिरिक्षक के अधीन देकर पुलिस गश्त बढ़ानी आवश्यक है, तभी स्थानीय लोगों और रेलवे यात्रियों में सुरक्षा की भावना का निर्माण हो पाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार 12 अक्टूबर, 2021 को गृहमंत्री ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक बुलाई है, जिसमें इस मुद्दे पर चर्चा अपेक्षित है।
(इसके लेखक प्रवीण दीक्षित, भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी रह चुके हैं, वे महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक पद पर सेवा दे चुके हैं।)
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