पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष और क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू पार्टी के लिए कभी न खत्म होने वाला सिर दर्द बनते जा रहे हैं। 15 अक्टूबर को पार्टी नेता राहुल गांधी से उनके मिलने के बाद ऐसा लग रहा था कि अब सब कुछ ठीक हो गया है और सिद्धू प्रदेश अध्यक्ष का इस्तीफा वापस लेने के साथ ही पार्टी के लिए काम करने पर भी राजी हो गए हैं, लेकिन अब एक बार फिर उन्होंने पार्टी की टेंशन बढ़ाने का काम शुरू कर दिया है।
सिद्धू ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को खुली चिट्ठी लिखकर नया बवाल खड़ा कर दिया है। उन्होंने इस चिट्ठी में चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर भी सवाल खड़ा किया है। इसके साथ ही उन्होंने सोनियो गांधी से पंजाब सरकार को 13 मुद्दों पर काम करने के निर्देश देने का अनुरोध किया है। यही नहीं, उन्होंने सोनिया गांधी से मिलने का समय भी मांगा है।
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) October 17, 2021
मुख्यमंत्री न बनाए जाने का दर्द
सिद्धू पहले से कहते आ रहे हैं कि उन्हें सीएम पद का लालच नहीं है लेकिन अब उनका दर्द अपने आप बयां होने लगा है। सोनिया गांधी को लिखे पत्र में सिद्धू ने कहा कि पंजाब में एक दलित को सीएम बना दिया गया, लेकिन राज्य भर में दलित समाज को समान प्रतिनिधित्व नहीं मिला। सिद्धू ने सोनिया से मांग की है कि चन्नी कैबिनेट में मजहबी सिख समाज से एक, पिछड़े समाज से दो और दोआबा क्षेत्र से एक मंत्री बनाने चाहिए। सीएम चन्नी दलित रामदसिया सिख हैं।
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चुनाव से पहले बवाल
बता दें कि पंजाब विधानसभा चुनाव होने में अब चार-पांच महीने का ही समय बाकी है। इस स्थिति में कांग्रेस में जारी कलह पार्टी के लिए चिंता की बात है। पिछले दिनों प्रदेश पार्टी अध्यक्ष सिद्धू ने अचानक पद से इस्तीफा देकर सबको हैरान कर दिया था। तब से वे हर दिन नए-नए मुद्दे उठाकर और उन मुद्दों पर अपनी नाराजगी जताकर पार्टी की टेंशन बढ़ाने का काम कर रहे हैं।