कश्मीर घाटी में गैर-कश्मीरियों पर हो रहे हमलों के बाद पुलिस ने बड़ा कदम उठाया है। पुलिस ने उनकी सुरक्षा के लिए सभी बाहरी मजदूरों को तुरंत नजदीकी पुलिस और सेना कैंपों में शिफ्ट कने का आदेश दिया है। पुलिस ने यह आदेश सभी जिला प्रमुखों को दिया है। 17 अक्टूबर को कुलगाम में तीन बिहारी श्रमिकों की हत्या के बाद यह निर्णय लिया गया। पिछले 24 घंटों में आतंकियों ने 5 गैर-स्थानीय श्रमिकों की हत्या कर दी है। इनमें से चार बिहारी और एक उत्तर प्रदेश से हैं।
कश्मीर के पुलिस महानिदेशक ने सभी जिले के पुलिस को इमरजेंसी मैसेज भेजकर यह आदेश जारी किया है। मैसेज में कहा गया है कि अपने क्षेत्र के सभी बाहरी मजदूरों को तत्काल पास के पुलिस या केंद्रीय अर्धसैनिक बलों या सेना के प्रतिष्ठानों में लाया जाए।
Jammu and Kashmir Police asks all its district chiefs to shift non-local labourers to security camps "immediately": Officials
— Press Trust of India (@PTI_News) October 17, 2021
उपराज्यपाल की बड़ी घोषणा
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में 24 घंटे में गैर-स्थानीय मजदूरों पर तीन हमले किए गए हैं। इन हमलों के मद्देनजर इस केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकियों और उनके समर्थकों को निशाना बनाकर उनके खून की एक-एक बूंद का बदला लेने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की शांति और सामाजिक-आर्थिक प्रगति तथा लोगों के विकास को बाधित करने की साजिश रची जा रही है।
रेडियो कार्यक्रम में कही यह बात
मनोज सिन्हा ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम आवाम की आवाज मे कहा, ‘मैं हुतात्मा नागरिकों को अपनी श्रद्धांजलि देता हूं और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। हम आतंकवादियों, उनके हमदर्दों को निशाना बनाकर उनसे निर्दोष नागरिकों के खून की हर एक बूंद का हिसाब लेंगे।