प्रदेश में बारिश के कहर ने भयंकर रूप ले लिया है। इस विभीषिका से अब मृतकों का आंकड़ा सामने आने लगा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में 34 लोगों को इस जल प्रलय में अपनी जान गंवानी पड़ी है। राहत और बचाव कार्य में सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के दल लगे हुए हैं। एनडीआरएफ की 15 टीमें लगी हुई हैं।
राज्य में स्थानीय लोगों के साथ ही तीर्थ यात्री भी जगह-जगह फंसे हुए हैं। इस आपदा में 34 लोगों की जान गई है, जिनके परिजनों को सरकार 4 लाख रुपए की सहायता राशि देगी, इसके आलावा 5 लोग लापता हैं। इस प्रलय में जिनका घर बह गया है उन्हें 1.9 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी।
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भारी बारिश के कारण बनी स्थिति के दृष्टिगत ज़रूरी कदम उठाए जा रहे हैं, मैं व्यक्तिगत रूप से जगह-जगह जाकर नुकसान एवं राहत और बचाव कार्यों का जायजा ले रहा हूँ। pic.twitter.com/zlcSELkivs
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 19, 2021
राज्य में एनडीआरएफ की 15 टीमें तैनात
- ऊधमसिंह नगर 6 टीम
- उत्तरकाशी 2 टीम
- चमोली 2 टीम
- देहरादून 1 टीम
- हरिद्वार 1 टीम
- पिथौरागढ़ 1 टीम
- नैनीताल 2 टीम (1 फुल टीम, 1 सब टीम)
- अल्मोड़ा 1 सब टीम
नैनीताल में बिगड़ी परिस्थिति
नैनीताल झील पूरी तरह से भरने के कारण झील का पानी शहर में प्रवेश कर गया है। नैना देवी मंदिर में भी पानी भर गया है। इसके कारण एक छात्रावास क्षतिग्रस्त हो गया है। रामनगर रानीखेत मार्ग पर लेमन ट्री रिसॉर्ट में 200 पर्यटक फंसे थे, जिन्हें निकाल लिया गया है, यहां रिसॉर्ट में कोसी नदी का पानी घुस गया था।
Prayers for #UttarakhandRain
Respect for the ‘Khaki’.🙏 🇮🇳 pic.twitter.com/WUyyBWsLnk— Awanish Sharan 🇮🇳 (@AwanishSharan) October 19, 2021
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