जोमैटो के कस्टमर केयर एजेंट द्वारा एक तमिल ग्राहक को रिफंड से इनकार करने का मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। घटना के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर अकाउंट यूजर्स द्वारा अपने विचार व्यक्त किए जाने के बाद जोमैटो ने संबंधित ग्राहक से सार्वजनिक रूप से माफी मांग ली। जोमैटो ने ट्वीट किया कि संबंधित एजेंट को निकाल दिया गया है। हालांकि, कुछ ही घंटों बाद कंपनी के सीईओ दीपेंद्र गोयल ने इस विवाद में अपनी भूमिका स्पष्ट की। उन्होंने यह भी आशा जताई कि संबंधित महिला कर्मचारी का पक्ष लेकर देश में सहिष्णुता का स्तर बढ़ाया जाना चाहिए।
यहां से शुरू हुआ विवाद
दरअस्ल विवाद 18 अक्टूबर की शाम को शुरू हुआ। तमिलनाडु में एक ग्राहक ने जोमैटो से खाना मंगवाया था। लेकिन, ऑर्डर किया गया खाना नहीं मिलने पर ग्राहक विकास ने जोमैटो से रिफंड की मांग की। हालांकि संबंधित होटल से उचित प्रतिक्रिया नहीं मिलने के कारण जोमैटो की महिला कस्टमर केयर एजेंट ने खाना रिफंड करने से इनकार कर दिया। एजेंट ने यह भी बताया कि उसे तमिल भाषा नहीं आने के कारण उसके लिए होटल व्यवसायी के साथ संवाद करना मुश्किल हो गया।
कस्टर ने यह कहाः
इस बीच कस्टर विकास ने कहा कि कंपनी को तमिलनाडु में केवल तमिल भाषी कर्मचारियों को ही नियुक्त करना चाहिए। विकास ने जैसे ही ट्विटर पर बातचीत का स्क्रीनशॉट शेयर किया, ट्रोलर्स ने कड़े शब्दों में अपना गुस्सा व्यक्त करना शुरू कर दिया।
Vanakkam Vikash, we apologise for our customer care agent's behaviour. Here's our official statement on this incident. We hope you give us a chance to serve you better next time.
Pls don't #Reject_Zomato ♥️ https://t.co/P350GN7zUl pic.twitter.com/4Pv3Uvv32u
— zomato (@zomato) October 19, 2021
जोमैटो ने मांगी माफी
जोमैटो ने विवाद बढ़ने के बाद सार्वजनिक रूप से माफी मांग ली। इसकी घोषणा ट्विटर पर अंग्रेजी और तमिल दोनों ही भाषा में की गई। साथ ही ट्विटर पर कहा गया कि आप संबंधित महिला कर्मचारी को परेशान कर रहे हैं। हालांकि, कुछ ही घंटों में कंपनी के सीईओ दीपेंद्र गोयल ने महिला कर्मचारी के समर्थन में ट्वीट किया। उन्होंने यह भी कहा कि देश में सहिष्णुता का स्तर बढ़ाया जाना चाहिए। गोयल ने लिखा, “एक खाद्य वितरण कंपनी के कस्टमर केयर विभाग के एक व्यक्ति द्वारा की गई गलती अब एक राष्ट्रीय मुद्दा बन गई है। देश में सहिष्णुता के मौजूदा स्तर को बहुत बढ़ाने की जरूरत है। इस मामले में वास्तव में दोषी कौन है?”
महिला कर्मचारी को फिर से नौकरी पर रखा
इस बीच, दीपेंद्र ने महिला कर्मचारी की फिर से नियुक्ति की घोषणा की, जिसे कुछ घंटे पहले बर्खास्त कर दिया गया था। उन्होंने कहा, “हम संबंधित एजेंट को फिर से नियुक्त कर रहे हैं। यह घटना कोई ऐसी बात नहीं है, जिसके लिए उसे निकाल दिया जाए। यह उसके सीखने और आगे बढ़ने का समय है।”
On that note, we are reinstating the agent – this alone is not something she should have been fired for. This is easily something she can learn and do better about going forward.
— Deepinder Goyal (@deepigoyal) October 19, 2021
‘कॉल सेंटर एजेंट भाषाविद् नहीं’
दीपेंद्र गोयल ने कॉल सेंटर की महिला कर्मचारी का बचाव करते हुए कहा कि वह भाषाविद् नहीं है। उन्होंने ट्वीट किया “हमारे कॉल सेंटर एजेंट युवा हैं और अपने करियर के शुरुआती दौर में हैं। वे भाषा या क्षेत्रीय भावनाओं के विशेषज्ञ नहीं हैं। मैं भी इन चीजों का विशेषज्ञ नहीं हूं।”
And remember, our call centre agents are young people, who are at the start of their learning curves and careers. They are not experts on languages and regional sentiments. Nor am I, btw.
— Deepinder Goyal (@deepigoyal) October 19, 2021
‘हम सब एक जैसे हैं’
अपने आखिरी ट्वीट में दीपेंद्र गोयल ने तमिलनाडु की जनता से अपील की है, “हमें एक-दूसरे की कमियों को दूर करना होगा। साथ ही एक-दूसरे की भाषाओं और क्षेत्रीय पहचान का सम्मान करना होगा। तमिलनाडु, हम आपसे प्यार करते हैं। जैसा कि पूरे भारत से करते हैं। उससे ज्यादा भी नहीं और उससे कम भी नहीं।”
Join Our WhatsApp CommunityHaving said that, we should all tolerate each other's imperfections. And appreciate each other's language and regional sentiments.
Tamil Nadu – we love you. Just as much as we love the rest of the country. Not more, not less. We are all the same, as much as we are different.❤️
— Deepinder Goyal (@deepigoyal) October 19, 2021