28 फीसदी महंगाई भत्ता, किराया भत्ता और राज्य सरकार के कर्मचारियों जैसी सुविधा के साथ ही अन्य कई मांगों को लेकर एसटी कर्मी 27 अक्टूबर से भूख हड़ताल पर हैं। इन मांगों को पूरा नहीं किए जाने पर एसटी मजदूर संगठनों की कार्य समिति ने आगे भी हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है। एसटी कर्मियों के भूख हड़ताल में शामिल होने के कारण राज्य के 11 डिपो पूरी तरह से बंद हैं। आंदोलन के समर्थन में पालघर डिवीजन में छह एसटी डिपो को पूरी तरह बंद कर दिया गया है।
एसटी कर्मचारी कार्य समिति के आह्वान पर पालघर संभाग के एसटी कर्मचारियों ने भूख हड़ताल शुरू की है। इस वजह से पालघर, बोईसर, वसई, अर्नाला और डहाणू एसटी डिपो से बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है। कई संभागों में एसटी सेवा बंद होने से यात्रियों को असुविधा हो रही है। इससे विभिन्न डिपो से संचालित होने वाली लंबी दूरी की बसें भी प्रभावित हुई हैं।
ये भी पढ़ेंः आखिर दिवाली पर लौटी एसटी कर्मियों के चेहरे पर खुशी!
हाल ही में मिला है लंबित वेतन
बता दें कि महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम की वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए विभिन्न उपायों को लागू कर रही है। इन्हीं उपायों के तहत पिछले दिनों निगम के कर्मचारियों को लंबित वेतन वितरित किया गया। दिवाली को देखते हुए प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार द्वारा 112 करोड़ के विशेष फंड का प्रावधान करने के आदेश के बाद उन्हें लंबित वेतन का भुगतान किया गया। उपमुख्यमंत्री अजित पवार के इस फैसले से महाराष्ट्र के हजारों एसटी कर्मचारियों के घरों में दिवाली का त्योहार आनंदमय हुआ है। अब वे भी अन्य विभाग के कर्मियों की तरह दिवाली मना सकेंगे।