जिन्ना प्रेम से पहले भी सपा का रहा है विवादों से साथ… जानें पांच बड़े विवाद

उत्तर प्रदेश में चुनावी बिगुल बजने में अब कुछ महीने ही बचे हैं। इस बार चुनाव में भाजपा अपनी सत्ता को बचाने के प्रयत्न में लगी है तो सपा, बसपा सत्ता के सपने देख रही हैं। जबकि कांग्रेस अपने खोए जनमत को प्राप्त करने के लिए एक-एक मुद्दे को भजाने के प्रयत्न में है।

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उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी अब जिन्ना के जिन को पकड़ लाई है। पार्टी के अध्यक्ष को जिन्ना में गांधी, नेहरू, सरदार पटेल के गुण दिखने लगे हैं। इसका उल्लेख सपा अध्यक्ष ने सार्वजनिक रूप से मंच से किया है। यह प्रकरण अब समाजवादी पार्टी के विवादास्पद इतिहास में नई कड़ी के रुप में अंकित हो गया है।

सत्ता क्या-क्या न करा दे! समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को अब मोहम्मद अली जिन्ना में गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभ भाई पटेल जैसा व्यक्तित्व दिखने लगा है। इसकी बड़ाई करते हुए वे कहते हैं कि ये सभी एक ही जगह से शिक्षित हुए थे। एक ही साथ बैरिस्टर बनकर आए थे। उन्होंने आजादी दिलाई, उन्होंने संघर्ष किया। सपा अध्यक्ष के ये बोल उसके पारंपरिक वोट बैंक को बटोरने की भी हो सकती है।

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विवादों से सपा का साथ कब-कब

  • 30 अक्टूबर, 1990 उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह के कार्यकाल में अयोध्या में कारसेवकों पर चली गोली
  • 2 नवंबर, 1990 हनुमान गढ़ी की लाल कोठी में कारसेवकों पर पुलिस ने चलाई गोली, प्रशासन के अनुसार इसमें डेढ़ दर्जन कारसेवकों की हुई मृत्यु
  • 2जून, 1995 बसपा नेता मायावती द्वारा समाजवादी पार्टी सरकार से समर्थन खींच लिया गया था, मायावती को भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी थी। इसके लिए मीराबाई स्टेट गेस्ट हाउस (वीआईपी गेस्ट हाउस) के कॉमन हॉल में मायावती अपने विधायकों के साथ बैठक कर रही थीं। इतनें में समाजवादी पार्टी के लोगों ने हमला कर दिया। बसपा के कई नेता और विधायकों की पिटाई हुई, कुछ भागने में सफल रहे, जबकि मायावती को भाजपा नेता लालजी टंडन और ब्रम्हदत्त द्विवेदी ने बचाया था। मायावती ने आरोप लगाया कि सपा के लोग उन्हें मारने आए थे। इसके साथ ही सपा और बसपी के बीच जबरदस्त दुश्मनी भी शुरू हो गई।
  • 10 अप्रैल, 2014 को मुलायम सिंह यादव ने बलात्कार की घटनाओं पर मुरादाबाद की रैली में बड़ा बयान दे दिया, उन्होंने कहा बलात्कार के मामलों में फांसी देना गलत है, लड़कों से गलती हो जाती है।
  • 11 मार्च, 2021 को समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मुरादाबाद में पत्रकारों के साथ धक्कमुक्की की थी। इस प्रकरण में पाकबड़ा पुलिस ने दोनों पक्षों पर प्रकरण दर्ज किया था।
  • 2 नवंबर, 2021 हरदोई में अखिलेश यादव ने सपा की विजय रथ यात्रा में मोहम्मद अली जिन्ना को स्वतंत्रता का नायक बताया है। उन्होंने जिन्ना की तुलना गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल से की।

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