भारतीय जनता पार्टी के जम्मू-कश्मीर के प्रदेश सचिव और पूर्व एमएलसी विक्रम रंधावा के एक बयान पर विवाद हो गया है। उन्होंने हाल ही में अपने बयान में कहा था कि टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की जीत पर जश्न मनाने वालों की नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए। इसके साथ ही रंधावा ने ऐसे लोगों की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा था कि कश्मीरी कठमुल्लों को सबक सिखाया जाना चाहिए। उनकी खाल उधेड़ देनी चाहिए। अब उनके इस बयान पर पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उन पर लोगों को उकसाने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। हमेशा पाकिस्तान और आतंकियों के समर्थन में बात करने वाली पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा के साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता शेख शकील ने भी भाजपा नेता के खिलाफ मामला दर्ज कराने की बात कही है।
पूर्व एमएलसी विक्रम रंधावा ने पिछले दिनों भारत के साथ खेले गए क्रिकेट मैच में पाकिस्तान की जीत पर कश्मीर के कुछ मुसलमानों द्वारा जश्न मनाने की निंदा करते हुए बयान जारी किया था। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बयान में वे भारत की हार पर जश्न मनाने वाली कश्मीरी लड़कियों का विशेष रुप से उल्लेख किया था।
भाजपा नेता ने ये कहा थाः
भाजपा नेता ने अपने बयान में कहा था कि वो लड़कियां जैकटे लहराकर नाच रही थीं, पाकिस्तान के प्रति पाला हुआ उनका स्नेह साफ तौर पर देखा जा सकता है। मुझे लगता है कि हमारी एजेंसियां काफी मुस्तैद हैं और इस तरह के मामले को सामान्य ढंग से नहीं लिया जाना चाहिए। उनकी डिग्रियां रद्द कर दी जानी चाहिए। हमारी मांग है कि उनकी नागरिकता रद्द कर दी जाए। मार-मार कर उनकी खाल उधेड़ दो। कश्मीरी कठमुल्लों को सबक सिखाना जरुरी है। इसके साथ ही उन्होंने तीन तलाक का जिक्र करते हुए कहा था कि कानून बनने से पहले ये लोग वाट्सएर पर तलाक देते थे। भाई,नमाज भी वाट्सएप पर पढ़ लिया करो, सड़कों पर क्यों कब्जा करते हो। वहां क्यों टेढ़े हो जाते हो।