2 नवंबर भारतीय जनता पार्टी के लिए काफी टेंशन भरा दिन रहा। इस दिन देश के 29 विधानसभा और तीन लोकसभा के उपचुनावों के नतीजों ने उसे अपनी रणनीति पर फिर से विचार करने पर मजबूर कर दिया। इतनी सीटों में से उसे मात्र 7 सीटों से संतोष करना पड़ा। 29 विधानसभा में से 22 पर भाजपा मैदान में उतरी थी।
अपने ही घर में भाजपा को सबसे बड़ा झटका
भाजपा को सबसे बड़ा झटका हिमाचल प्रदेश में लगा। यहां पार्टी की सरकार रहते हुए उसकी करारी हार हुई। यहां तीनों विधानसभा के साथ एक लोकसभा सीट भी भाजपा के हाथ से खिसक गई। यहां तक कि एक सीट पर तो भाजपा उम्मीदवार की जमानत तक जब्त हो गई। इस तरह के परिणाम से कांग्रेस पार्टी में जश्न का माहौल होना स्वाभाविक है। उनके नेताओं की ओर से प्रतिक्रियाओं से उनकी खुशी का अंदाजा लगया जा सकता है। पीसीसी चीफ कुलदीप राठौर ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा सीएम का गृह क्षेत्र मंडी सीट भी नहीं बचा पाई।
सीएम की सफाई क्या आएगी काम?
प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पार्टी की करारी हार के बाद भाजपा के कुछ नेताओं पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि पार्टी के कुछ नेताओं ने विश्वासघात किया। उन्होंने हार को लेकर आत्ममंथन करने की बात भी कही है। लेकिन बताया जा रहा है कि पार्टी की इतनी बड़ी हार के बाद उनकी कुर्सी बच पाना मुश्किल है। पार्टी के शीर्ष नेताओं की टेढ़ी नजर उन पर पड़ चुकी है और उनकी विदाई तय मानी जा रही है। हार का सबसे बड़ा कारण स्थानीय स्तर पर पार्टी का अतिआत्मविश्वासी होना माना जा रहा है।
लोकसभा व विधानसभा उपचुनावों में भाजपा व NDA को मिले जनसमर्थन के लिए जनता का आभार व्यक्त करता हूँ।
पीएम @narendramodi जी के नेतृत्व में NDA की सरकारें देश के हर वर्ग के जीवनस्तर को ऊपर उठाकर उनके समग्र विकास हेतु निरंतर कटिबद्ध हैं।
सभी विजयी प्रत्याशियों व कार्यकर्ताओं को बधाई।
— Amit Shah (@AmitShah) November 2, 2021
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जिस सीट पर था भाजपा का 31 वर्षों से कब्जा..
प्रदेश में तीनों विधानसभा सीटों फतेहपुर, अर्की और जुब्बल-कोटखाई तथा मंडी लोकसभा गंवाने के बाद भाजपा में निराशा होना स्वाभाविक है। इससे पहले मंडी सीट पर 31 सालों से भाजपा का कब्जा था। वहां से पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह करगिल युद्ध के नायक और भाजपा उम्मीदवार रिटायर ब्रिगेडियर कुशाल सिंह ठाकुर को 87 हजार से ज्यादा वोटों से हरा दिया। जुब्बल-कोटखाई विधानसभा सीट पर तो भाजपा उम्मीदवार नीलम सरैइक की जमानत जब्त हो गई। उन्हें मात्र 2584 वोट मिले। कांग्रेस के रोहित ठाकुर ने यहां से 29447 से वोटों से जीत दर्ज की।