पिछले कुछ दिनों से चर्चा में चल रहा आर्यन खान ड्रग केस हर दिन एक अलग मोड़ लेता नजर आ रहा है। इस सिलसिले में कई नाम जोड़े जा रहे हैं। राज्य के अल्पसंख्यक मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रवक्ता नवाब मलिक ने अब तक इस मामले में नौ लोगों पर निशाना साधा है। इसी पृष्ठभूमि में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने 8 नवंबर को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की। हालांकि राणे ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल को दिवाली की शुभकामनाएं देने के लिए उनसे मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने राज्य में चल रहे नशीली दवाओं के मामले को लेकर मुख्यमंत्री पर निशाना साधा।
मुख्यमंत्री पर राणे ने साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ” राज्य में नशीली दवाएं आ रही हैं। आने वाली पीढ़ी को बर्बाद किया जा रहा है। सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह ड्रग्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और इसमें लिप्त लोगों को जेल में डाले। लेकिन सरकार ऐसा नहीं कर रही है। नशीली दवाओं के मामलों में आरोप-प्रत्यारोपण चल रहा है। लेकिन मुख्यमंत्री यह नहीं कहते कि हम नशा रोकने के लिए अभियान शुरू करेंगे। उन्हें दृढ़ता से यह बात कहनी चाहिए। पुलिस को काम पर लगाना चाहिए। आप वसूली के लिए पुलिस का उपयोग करते हैं, तो राज्य में आने वाली नशीली दवाओं को रोकने के लिए उसका इस्तेमाल क्यों नहीं करते?”
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समस्याओं से निपटने में सरकार विफलः राणे
नारायण राणे ने कहा,“ठाकरे सरकार कोरोना से पैदा हुए हालात को संभालने में भी विफल रही है। राज्य में बेरोजगारी बढ़ी है। सरकार को केवल नरेंद्र मोदी की आलोचना नहीं करनी चाहिए, बल्कि इस तरह की समस्याओं से निपटने के लिए कदम उठाने चाहिए। जिस तरह से नरेंद्र मोदी देश को चला रहे हैं, उस तरह आप एक मुंबई महानगरपालिका को भी नहीं चला सकते। एसटी कार्यकर्ता हड़ताल पर हैं। कई तरह की समस्याएं हैं। सरकार के मंत्री बस आंखमिचौली खेल रहे हैं।”