कोरोना से राहत मिलने के बाद देश एक बार फिर अनलॉक होने की ओर तेजी से बढ़ रहा है। दिल्ली को फिलहाल अनलॉक कर दिया गया है और लोगों की जिंदगी सामान्य होने लगी है। लेकिन चिंता की बात यह है कि अनलॉक होने के बाद देश की राजधानी में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ने लगे हैं। इन अपराधों में 6 से 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। दिल्ली पुलिस के अनुसार अनलॉक के बाद से छेड़छाड़ और रेप के मामलों में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
दिल्ली पुलिस ने 31 अक्टूबर 2020 तक दुष्कर्म के 1,429 मामले दर्ज किए थे, जबकि इस साल अक्टूबर तक 1725 मामले दर्ज किए गए हैं। छेड़छाड़ की घटनाओं में 20.44 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस साल अक्टूबर तक छेड़छाड़ के 2,157 मामले दर्ज किए गए, जबकि पिछले साल केवल 1,791 मामले दर्ज किए गए थे।
अपराध के आंकड़े
पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह बढ़ोतरी कोरोना से राहत मिलने के बाद शहर के अनलॉक होने के कारण हुई है। लॉकडाउन 2019 की तुलना में (कोरोना के कारण) पिछले साल रेप के मामलों में 28 प्रतिशत की गिरावट आई थी। इसी तरह छेड़छाड़ की घटनाओं में 32.19 प्रतिशत की कमी आई थी। जनवरी-दिसंबर 2019 में रेप के 2,168 मामले दर्ज किए गए, जो पिछले साल 21 प्रतिशत गिरकर 1,699 पर आ गया था। 2020 में, दिल्ली में महिलाओं के अपहरण और भागने के कुल 2,344 मामले सामने आए थे। इस साल अभी तक ऐसे 3,342 मामले सामने आए हैं।
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पुलिस उठा रही है कड़े कदम
आंकड़ों के मुताबिक, 97 प्रतिशत से ज्यादा मामलों में आरोपी पीड़िताओं को जानते थे, जबकि करीब 2 प्रतिशत बलात्कार अजनबियों द्वारा किए गए। दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने को कहा है। सभी जिला डीसीपी को अपनी ओर से रेप के मामलों की जांच पर खुद नजर रखने और नाबालिग पीड़ितों से जुड़े मामलों पर अधिक ध्यान देने को कहा गया है। अधिकारियों ने कहा कि उन क्षेत्रों का पता लगाने के लिए एक अध्ययन किया गया है, जहां महिलाओं के खिलाफ अधिक अपराध दर्ज किए गए हैं।